बिजनेस डेस्क: देश की इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर है। दुनिया की बड़ी रेटिंग एजेंसी ने भारत पर भरोसा जताया है। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, भारत का ग्रोथ अनुमान 6 फीसदी से बढ़ाकर 6.40 फीसदी कर दिया है। दुनिया की बड़ी रेटिंग एजेंसी और अर्थव्यवस्था का आकलन लगाने वाली एजेंसी एसएंडपी ने भारत की इकोनॉमी ग्रोथ रेट बढ़ाया है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए एसएंडपी ने जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 6 फीसदी से बढ़ाकर 6.40 फीसदी कर दिया है।
भारत का ग्रोथ अनुमान 6 से बढ़ाकर किया 6.40 फीसदी
रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार के आसार दिखाए हैं। एसएंडपी ने कहा कि घरेलू स्तर पर देश की अर्थव्यवस्था को जोरदार सपोर्ट मिल रहा है। ऐसे में महंगाई और कमजोर एक्सपोर्ट भी अर्थव्यवस्था की विकास दर कमजोर नहीं कर पाएगा और भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ में जबरदस्त उछाल आएगा। एसएंडपी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि घरेलू स्तर पर देश की अर्थव्यवस्था को जोरदार सपोर्ट मिल रहा है।
ऐसे में महंगाई और कमजोर एक्सपोर्ट भी अर्थव्यवस्था की विकास दर कमजोर नहीं कर पाएगा।एसएंडपी का कहना है कि अगले वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था पर दबाव रहे है। क्योंकि, ग्लोबल स्तर पर संकेत काफी कमजोर है। ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी का असर भी दिखेगा। इसलिए कारोबारी साल 2024-25 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर यानी जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 6.9 फीसदी से घटाकर 6.4 फीसदी कर रहे हैं।
हमने भारत और मैक्सिको को बड़े पैमाने पर अपग्रेड किया है। भारत के ग्रोथ अनुमान को 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.2 प्रतिशत, जबकि मेक्सिको के ग्रोथ अनुमान को 1.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 2 प्रतिशत किया गया है। 2023-24 के लिए भारत की विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। भारत की अर्थव्यवस्था का मजबूत विकास का ट्रैक रिकॉर्ड है। हमें उम्मीद है कि यह गति जारी रहेगी और वित्त वर्ष 2024 के लिए 6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, फिर वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 के लिए 6.9 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
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