नई दिल्ली: इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष शुरू हुए अब 19 दिन हो गए। इस युद्ध में अब तक सात हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। जबकि 10 हजार से अधिक लोग घायल हैं। इसी बची युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र (UN) व इस्राइल आमने सामने आ गए हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मंगलवार को इस युद्ध पर हुई चर्चा के बीच, संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल के राजदूत गिलाद एर्दान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस पर भड़क गए और उनसे इस्तीफा देने की मांग कर डाली। एर्दान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सामूहिक हत्या को लेकर जो समझ दिखाई है, वह संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। मैं उनसे तुरंत इस्तीफा देने की मांग करता हूं। वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस इस युद्ध में सीज फायर की बात कही।
जानिए क्या कहा था यूएन चीफ गुतारेस ने:
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा था कि यह भी जानना जरूरी है कि हमास ने हमले बेमतलब में नहीं किए होंगे। फलस्तीन के लोग 56 वर्षों से कब्जे का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि हालांकि, फलस्तीनी लोगों की शिकायतें हमास द्वारा भयावह हमलों को सही नहीं ठहरा सकती हैं। वहीं, ये भयावह हमले फलस्तीनी लोगों की सामूहिक सजा को सही नहीं ठहरा सकते। UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि हमास के हमलों की सजा सभी फिलिस्तीनियों को नहीं मिलना चाहिए।
इस्राइल ने दी कड़ी प्रतिक्रिया:
यूएन चीफ के बयान पर इस्राइल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। इस्राइल के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के भाषण में हमास आतंकवादियों द्वारा अत्याचारों के खिलाफ बोलने के लिए उनके पास केवल एक मिनट था। जबकि आतंकवाद के लिए सफाई दे रहे थे। हयात ने कहा, ‘फिर कभी नहीं का संदेश की बजाय वह वास्तव में आतंकवादियों से कह रहे हैं कि आपको ऐसा करने की अनुमति है। हम आपके क्रूर आतंकवाद को स्वीकार करते हैं क्योंकि इसके लिए इस्राइल जिम्मेदार है।’उन्होंने कहा कि यूएन महासचिव पीड़ितों के साथ खड़े होने की बजाय इस्राइल को अत्याचार के लिए दोषी ठहरा रहे हैं।
अमेरिका ने कहा ग्राउंड ऑपरेशन टाले इस्राइल
गाजा पर इस्राइल के संभावित हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिकी सीनेटर जैक रीड ने कहा है कि इस्राइल को गाजा में जमीनी सैन्य कार्रवाई अभी के लिए टाल देनी चाहिए, ताकि हमास से बातचीत के लिए कुछ वक्त मिल सके। क्योंकि इस यद्ध में आम नागरिकों को भारी नुकसान हो रहा है जो नहीं होना चाहिए। ऐसे में इस्राइल सरकार को सोचना चाहिए कि वो कुछ समय डिप्लोमैसी के लिए दे। अगर बात करने से बात बने तो यह सबसे बेहतर है।
इस्राइल हमाश युद्ध में अब तक 32 मस्जिदें तबाह:
इस युद्ध की बात करें तो इसमे जानमाल के साथ ही धार्मिक स्थलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। मंगलवार को हमास ने इस्राइल सेना के 2 बेस पर ड्रोन से हमला किया है। इसके जवाब में इस्राइल सेना ने गाजा की एक और मस्जिद पर हमला किया है। जिसमें कई लोग मारे गए। वहीं इसके साथ ही अब तक कुल 32 मस्जिद इस्राइल के हमले में तबाह हो चुकी हैं।