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जमशेदपुर में जन्मे अभिनेता आर माधवन FTII के अध्यक्ष बने, पढ़िए उनके संघर्ष की कहानी

by Rakesh Pandey
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एंटरटेनमेंट डेस्क, जमशेदपुर : जमशेदपुर में जन्मे अभिनेता व फिल्म निर्माता आर माधवन को एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है। इससे जमशेदपुर में खुशी की लहर है। उनके प्रशंसक मिठाई व लड्डू बांटकर खुशी का इजहार कर रहे हैं। दरअसल, अभिनेता आर माधवन को पुणे स्थित फिल्म एंड टीवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) और उसकी शासी परिषद का अध्यक्ष नामित किया गया है। यह जानकारी सामने आते ही आर. माधवन को बधाई देने वालों की तांता लग गई है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी उनको बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि अभिनेता माधवन जी को एफटीआइआइ और शासी परिषद का अध्यक्ष नामित किए जाने पर हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने कहा-मैं आश्वस्त हूं कि आपका विशाल अनुभव और मजबूत सिद्धांत संस्थान में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।

आर माधवन ने मंत्री को कहा धन्यवाद

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा शुभकामनाएं दिए जाने के बाद आर माधवन ने भी उनको सोशल मीडिया पर धन्यवाद कहा है। आर. माधवन ने एक्स पर लिखा है कि इस सम्मान और शुभकामनाओं के लिए मंत्री अनुराग ठाकुर जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद। मैं सभी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।

आर माधवन से पहले अध्यक्ष कौन थे

मालूम हो कि अभिनेता आर माधवन से पहले एफटीआइआइ के अध्यक्ष शेखर कपूर थे। शेखर कपूर जाने माने फिल्म निर्देशक है। मशहूर निर्देशक की सबसे हालिया फिल्म, ‘व्हाट्स लव गॉट टू डू विद इट’ यूके, यूएसए और भारत में रिलीज़ किया गया और विश्व स्तर पर इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।

आर. माधवन का जन्म कब हुआ

आर. माधवन का जन्म 1 जून 1970 को जमशेदपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम रंगनाथन हैं-जोकि टाटा स्टील कर्मचारी थे और मां सरोजा बैंक मैनेजर थी। आर. माधवन का जन्म एक तमिल ब्राह्मण फैमिली में हुआ था। आर माधवन की पढ़ाई लिखाई भी जमशेदपुर के एक इंग्लिश मीडियम स्कूल से हुई है। आर माधवन की एक छोटी बहन भी है, जिसका नाम देविका रंगनाथन है। वह यूके में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं।

आर्मी ऑफिसर बनना चाहते थे आर माधवन

आर. माधवन बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में काफी तेज थे। साल 1988 में उन्हें अपने स्कूल को बतौर कल्चरल एम्बैसडर के तौर पर कनाडा में रिप्रेजेंट करने का अवसर मिला था। वहीं, उन्हें महाराष्ट्र बेस्ट कैडेट से नवाजा भी जा चुका है। माधवन कभी भी एक अभिनेता बनना नहीं चाहते थे। उनके माता-पिता कहते हैं कि आर. माधवन बचपन से ही आर्मी ऑफिसर बनकर देश सेवा करना चाहते थे। इसके लिए वे तैयारी भी करते थे लेकिन उनकी जगह फिल्म अभिनेता के तौर पर बनी हुई थी।

आर माधवन क मिल चुका है तमिलनाडु स्टेट अवार्ड्स

आर माधवन तमिल फिल्म में भी काम किए हैं। इसके लिए उन्हें तमिलनाडु स्टेट अवार्ड्स से भी नवाजा जा चुका है। इसके साथ ही वह दो बार हिंदी सिनेमा में फिल्म फेयर पुरस्कार भी जीत चुके हैं।

इस तरह हुई करियर की शुरुआत

शुरुआती दिनों में आर माधवन को भी काफी संघर्ष करना पड़ा है। उनकी करियर की शुरुआत वर्ष 1997 में एक चंदन के टीवी कमर्शियल ऐड से हुई थी। इसके बाद उनको उनका किस्मत साथ देते गया और बहुत जल्द ही एक फिल्म में काम करने का मौका मिल गया। हालांकि, बाद में उस फिल्म से इनको यह कहकर निकाल दिया गया की वो उस रोल के लिए फिट नहीं बैठते। तब आर. माधवन काफी दुखी हुए थे लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी और आगे बढ़ते रहें।

1998 में आर माधवन एक इंग्लिश फिल्म इन्फर्नो में इंडियन पुलिस ऑफिसर की भूमिका में नजर आये। लेकिन उससे आर. माधवन की कोई खास पहचान नहीं बनी। इस दौरान उन्होंने कई साउथ फिल्म में भी काम किया।

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फिल्म ‘रहना है तेरे दिल से’ मिली पहचान

आर माधवन को पहचान हिंदी फिल्म ‘रहना है तेरे दिल में’ से मिली। यह फिल्म काफी पसंद की गई थी। दरअसल, यह फिल्म लव स्टोरी थी। इसमें अभिनेता आर. माधवन व अभिनेत्री दिया मिर्जा की मुख्य रोल था। यह फिल्म अच्छा व्यापार किया। उसके बाद आर माधवन को कई हिंदी फिल्म में काम करने का मौका मिलते गया।

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