जमशेदपुर: जमशेदपुर में एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी की उम्मीदें तेज़ हो गई हैं। झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) के प्रस्ताव पर जिला प्रशासन ने पटमदा अंचल के गांगाड़ा गांव में 49.50 एकड़ भूमि को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के लिए चिन्हित कर लिया है। यह स्थल शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर है और स्टेट हाइवे से सीधे जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात के बाद मिली रफ्तार
JSCA के सचिव और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सौरव तिवारी ने हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस प्रस्ताव पर मुलाकात की थी। उन्होंने स्टेडियम निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने तत्परता दिखाते हुए पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को उपयुक्त भूमि चिन्हित करने का निर्देश दिया।
इसके बाद पटमदा, पोटका और जमशेदपुर अंचल के संभावित स्थानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें गांगाड़ा गांव को सबसे उपयुक्त पाया गया। यह स्थल गोपालपुर के निकट, कटिंग चौक से बड़ाबाजार (पश्चिम बंगाल) जाने वाली सड़क के किनारे स्थित है।
JSCA बनाएगा स्टेडियम, प्रशासन देगा आधारभूत ढांचा
JSCA ने कहा है कि यह जमीन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है और यहां अत्याधुनिक स्टेडियम का निर्माण संभव है।
• स्टेडियम का निर्माण कार्य JSCA करेगा
• बुनियादी ढांचा जिला प्रशासन द्वारा विकसित किया जाएगा
प्रशासन इस भूमि को पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग को सौंपेगा। उसके बाद यह तय किया जाएगा कि यह जमीन JSCA को निःशुल्क दी जाएगी या किसी शुल्क के साथ।
BCCI देगा 500 करोड़ रुपये का सहयोग
इस परियोजना को लेकर एक बड़ी घोषणा भी सामने आई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने JSCA को आश्वस्त किया है कि अगर जमीन उपलब्ध होती है, तो स्टेडियम निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।
BCCI का मानना है कि आधुनिक सुविधाओं वाला स्टेडियम इस क्षेत्र में क्रिकेट के विकास को गति देगा और नई प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचने का अवसर मिलेगा।
19 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहा जमशेदपुर
जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में 1983 से 2006 के बीच कुल 10 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित हुए थे। आखिरी मुकाबला 12 अप्रैल 2006 को भारत और इंग्लैंड के बीच हुआ था, जिसमें इंग्लैंड विजेता बना था।
इसके बाद टाटा स्टील और JSCA के बीच विवाद के कारण पिछले 19 वर्षों में यहां कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हो सका। स्टेडियम के उचित रखरखाव के अभाव में इसे अब केवल रणजी ट्रॉफी, अंडर-19 और अंडर-22 जैसे घरेलू मैचों तक सीमित कर दिया गया है।
पटमदा स्टेडियम से फिर बढ़ेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान
अगर गांगाड़ा गांव में प्रस्तावित स्टेडियम का निर्माण होता है, तो जमशेदपुर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के लिए मजबूत दावेदार बनकर उभर सकता है। खेलप्रेमियों को न केवल अंतरराष्ट्रीय मैचों का रोमांच मिलेगा, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
“सरकार के निर्देश पर पटमदा के गांगाड़ा गांव में स्टेडियम के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। इसकी जानकारी राज्य सरकार को भेजी जा रही है और जल्द ही यह भूमि संबंधित विभाग को हस्तांतरित की जाएगी।”
— भगीरथ प्रसाद, अपर उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम