जमशेदपुर : रामनवमी के अवसर पर जिला प्रशासन ने शहर में होने वाली गतिविधियों के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इस बार शहर में 188 लाइसेंसी और गैर-लाइसेंसी मिलाकर कुल 220 अखाड़े हैं, जिनका विसर्जन विभिन्न नदी घाटों पर किया जाएगा। रामनवमी जुलूस की ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी। अधिकारी सीसीआर में बैठ कर सीसीटीवी के जरिए जुलूस की निगरानी करेंगे। इसके अलावा, शहर के संवेदनशील इलाकों में मजिस्ट्रेट तैनात किए जा रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि रामनवमी जुलूस वाले दिन सोमवार को शहर में रैफ की तैनाती करने की योजना है। रैफ को मानगो के एक नंबर रोड हनुमान मंदिर के पास और डिमना रोड स्थित मुंशी मोहल्ला में मस्जिद के पास तैनात किए जाने की बात कही जा रही है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। यह तैनाती कदमा और शास्त्रीनगर इलाके में होगी।
घाटों पर होगी प्रकाश की व्यवस्था
इस दौरान, जिला के डीसी अनन्य मित्तल और एसएसपी किशोर कौशल ने तमाम अधिकारियों के साथ नदी घाटों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने साकची के स्वर्णरेखा घाट, पांडेय घाट, दोमुहानी घाट आदि का जायजा लिया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी घाटों पर बिजली, पानी, सफाई और विसर्जन के दिन की व्यवस्था का जायजा लिया। डीसी ने नदी में जल बहाव की स्थिति भी देखी है। जेएनएसी, मानगो नगर निगम और टाटा स्टील यूआइएसएल को निर्देश दिया है कि वह श्रद्धालुओं की सहूलियत का ध्यान रखें। सभी घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। ताकि, विसर्जन में देर होने पर श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।
सादे में भी तैनात किए जा रहे पुलिस कर्मी
डीसी अनन्य मित्तल ने कहा कि सभी घाटों पर सभी प्रकार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। प्रशासन इस दिशा में तैयारियां कर रहा है। वहीं, एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि सभी घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ सादे लिबास में भी पुलिस बल को तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की पूरी कोशिश है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, सभी जवानों को विशेष दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं।
नदी में लगाए जाएंगे लाल निशान
जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति, मानगो नगर निगम और जुगसलाई नगर पर्षद अपने अपने इलाके में बैरीकेडिंग करेगी। बैरीकेडिंग कर यातायात व्यवस्था को पटरी पर रखा जाएगा। इसके अलावा, स्वर्णरेखा नदी और खरकई नदी में लाल निशान लगाए जाएंगे। ताकि, श्रद्धालु उसके पार नहीं जाएं। आपदा प्रबंधन के लिए नदी किनारे गोताखोर तैनात किए जा रहे हैं। सिविल डिफेंस की टीम भी नाव के साथ नदी घाट पर रहेगी।