हजारीबाग : झारखंड के हजारीबाग और रामगढ़ जिलों से नकली पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई है, जिससे आम जनता के स्वास्थ्य पर खतरा मंडराने लगा है। सिर्फ हजारीबाग जिले में 4000 किलो नकली पनीर नष्ट किया गया, वहीं रामगढ़ में 200 किलो पनीर जब्त हुआ। यह पनीर सस्ते दामों पर खुले बाजार में बेचा जा रहा था, जो स्वास्थ्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता था।
नकली पनीर से कैंसर तक का खतरा
डॉक्टरों के अनुसार नकली पनीर के सेवन से फूड प्वाइजनिंग, किडनी और लिवर को नुकसान और लंबे समय तक सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है।
जिला खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चंद्र गुग्गी ने बताया कि नकली पनीर की पहचान के लिए आयोडीन सॉल्यूशन का प्रयोग सबसे आसान तरीका है।
कैसे करें नकली पनीर की पहचान
आयोडीन सॉल्यूशन की कुछ बूंदें पनीर के टुकड़े पर डालें, अगर पनीर काला पड़ जाता है, तो वह नकली है। असली पनीर में कोई रंग परिवर्तन नहीं होता। आयोडीन सॉल्यूशन मेडिकल स्टोर्स में ₹25-30 में उपलब्ध है। इससे आप घर पर ही पनीर की जांच कर सकते हैं।
किसानों को भी हो रहा आर्थिक नुकसान
स्थानीय पनीर उत्पादक किसानों ने बताया कि नकली पनीर की वजह से असली पनीर की मांग में गिरावट आई है। असली पनीर जहां ₹400/किलो बिकता है, वहीं नकली पनीर ₹200/किलो में उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रशासन सख्त, दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी
उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सभी पदाधिकारियों को खाद्य सुरक्षा जांच के निर्देश दिए गए हैं।