Jamshedpur : जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम जिला) में शुकवार को शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल को आगे बढ़ाते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने ‘स्कूल रूआर-2025’ (Back to School) अभियान की शुरुआत की। सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में आयोजित इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में उन्होंने राज्य सरकार की ओर से दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड को पूर्णतः शिक्षित बनाना है। इसलिए इस अभियान का लक्ष्य झारखंड के हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचाना है, ताकि कोई भी बच्चा ज्ञान के प्रकाश से वंचित न रहे। सरकार नामांकन से छूटे हुए या स्कूल छोड़ चुके बच्चों को वापस विद्यालय लाने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है।
शिक्षा मंत्री ने गिनाई अभियान की महत्ता
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि ‘स्कूल रूआर-2025’ अभियान पूरे राज्य में चलाया जा रहा है। इस अभियान की सफलता में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि कोई भी बच्चा शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रहे। शिक्षा ही समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है और राज्य सरकार कमजोर वर्ग के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा से लेकर तकनीकी और प्रतियोगी परीक्षाओं तक हर स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने ‘अबुआ सरकार’ के पूर्ण साक्षर झारखंड के सपने को साकार करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
विधायक पूर्णिमा साहू ने शिक्षा को बताया हर बच्चे का अधिकार
जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है, ताकि उनका भविष्य उज्जवल बन सके। उन्होंने ‘स्कूल रूआर कार्यक्रम’ को झारखंड में एक महत्वपूर्ण पहल बताया, जिसका मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को वापस स्कूल की मुख्यधारा में लाना है जो किसी कारणवश शिक्षा से दूर हो गए हैं।
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने सामूहिक सहभागिता पर दिया जोर
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आर्थिक या अन्य कारणों से स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें वापस शिक्षा से जोड़ना आवश्यक है। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा बेहतर और गुणात्मक शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने शिक्षकों और पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उपायुक्त ने कहा कि शिक्षकों को अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाते हुए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी चाहिए, जबकि जनप्रतिनिधियों को समुदाय को प्रेरित कर स्कूल न जाने वाले बच्चों का नामांकन कराने में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि सामूहिक सहभागिता से ही शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार संभव है।
‘स्कूल रूआर-2025’ अभियान का मुख्य उद्देश्य
सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में आयोजित इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, विधायक पूर्णिमा साहू, उपायुक्त अनन्य मित्तल और अन्य अधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर अभियान की शुरुआत की। अभियान का उद्देश्य निम्न है :
- शत-प्रतिशत नामांकन: 5 से 18 वर्ष की आयु के सभी बच्चों का सरकारी स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित करना।
- विद्यालयों में बच्चों का ठहराव: नामांकित बच्चों की नियमित उपस्थिति और शिक्षा की निरंतरता पर जोर देना, ताकि वे अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करें।
- ड्रॉपआउट दर को कम करना: स्कूलों से बच्चों के बीच में पढ़ाई छोड़ने की दर को कम करने के लिए कारणों की पहचान करना और उन्हें दूर करना।
- जागरूकता और प्रचार-प्रसार: शिक्षा के महत्व के बारे में बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करने और उन्हें स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने हेतु विभिन्न गतिविधियां आयोजित करना।
- गैर-नामांकित बच्चों की पहचान: सर्वेक्षण और अन्य माध्यमों से स्कूल न जाने वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें दाखिला दिलाना।
- पिछली कक्षाओं के बच्चों का अगली कक्षा में नामांकन: यह सुनिश्चित करना कि सभी उत्तीर्ण बच्चे अगली कक्षा में नामांकन कराएं।
- विभिन्न स्तरों पर कार्यान्वयन: राज्य, जिला, प्रखंड और विद्यालय स्तर पर व्यापक रूप से कार्यक्रम को लागू करना।
- सहयोग और समन्वय: शिक्षा विभाग, शिक्षकों, अभिभावकों, समुदाय और गैर-सरकारी संगठनों के बीच सहयोग और समन्वय स्थापित करना।
- यह महत्वपूर्ण अभियान वर्तमान में 10 मई 2025 तक चलेगा।
गणतंत्र दिवस की बैंड टीम व नवोदय विद्यालय में नामांकित छात्र सम्मानित
इस अवसर पर गणतंत्र दिवस 2025 के राष्ट्रीय समारोह में बैंड प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी), पटमदा की प्रतिभाशाली छात्राओं को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही, सरकारी स्कूलों के उन छात्रों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने इस वर्ष जवाहर नवोदय विद्यालय में सफलता प्राप्त की है। ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों को भी उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने वाले रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पंचानन उरांव, जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय समेत कई गणमान्य व्यक्ति और अधिकारी उपस्थित थे।