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जॉन डब्ल्यू. स्पेंसर ने परमाणु ब्लैकमेल करने पर पाकिस्तान की आलोचना की, भारत की सैन्य रणनीति को सराहा

स्पेंसर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आतंकवाद के प्रति स्पष्ट रुख की भी सराहना करते हुए कहा कि आतंकवाद जारी रहने तक बातचीत नहीं करने की बात भारत की दृढ़ता को दर्शाता है।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क। अमेरिका के सेवानिवृत्त सेना अधिकारी और वार इंस्टीट्यूट में शहरी युद्ध अध्ययन के अध्यक्ष, जॉन डब्ल्यू. स्पेंसर ने पाकिस्तान पर परमाणु ब्लैकमेल का आरोप लगाया है। मीडिया से बात करते हुए स्पेंसर ने कहा कि परमाणु शक्ति का उपयोग किसी अन्य परमाणु संपन्न राष्ट्र के खिलाफ प्रॉक्सी युद्धों को बढ़ावा देने के लिए “जोखिमपूर्ण” है। उन्होंने पाकिस्तान के इस दृष्टिकोण को “बेहद खतरनाक” बताया।

भारत की नई सैन्य रणनीति: आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख
स्पेंसर ने भारत की नई सैन्य नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह स्पष्ट रूप से पाकिस्तान से होने वाले आतंकवादी हमलों के खिलाफ एक “लाल रेखा” निर्धारित करती है। उनका कहना था कि 2001 और 2008 की घटनाओं के विपरीत, अब भारत तत्काल प्रतिक्रिया देगा और आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाएगा, जिससे एक मजबूत निवारक प्रभाव स्थापित होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आतंकवाद के प्रति स्पष्ट रुख
स्पेंसर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आतंकवाद के प्रति स्पष्ट रुख की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि “जब तक आतंकवाद जारी रहेगा, बातचीत नहीं होगी,” जो भारत की दृढ़ स्थिति को दर्शाता है।

भारत की सैन्य श्रेष्ठता: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
स्पेंसर ने भारत की सैन्य श्रेष्ठता को भी रेखांकित किया, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को “आधुनिक युद्ध में निर्णायक विजय” बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों और सैन्य स्थलों को निशाना बनाकर अपनी रणनीतिक और परिचालन क्षमता को साबित किया है।

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचों पर हमला
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधारित कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की हत्या के प्रतिशोध में की गई थी। भारत ने इस ऑपरेशन में राफेल विमानों, ब्रह्मोस मिसाइलों और स्काईस्ट्राइकर लोहित शस्त्रों का उपयोग किया।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और संघर्ष का विस्तार
पाकिस्तान ने भारत के हमलों के जवाब में ऑपरेशन बुनयान-उन-मर्सूस शुरू किया, जिसमें भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सीमा पर संघर्ष और ड्रोन हमलों का सिलसिला शुरू हो गया। हालांकि, 10 मई को दोनों देशों ने एक आपसी सहमति से संघर्ष विराम की घोषणा की, जो 5 बजे से प्रभावी हुआ।

जॉन डब्ल्यू. स्पेंसर की टिप्पणियां भारत की नई सैन्य नीति और पाकिस्तान के खिलाफ उसकी दृढ़ स्थिति को स्पष्ट करती हैं। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से अपनी सैन्य श्रेष्ठता और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है। अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान अपनी नीतियों में क्या बदलाव करता है और क्षेत्रीय शांति की दिशा में क्या कदम उठाता है। यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों और क्षेत्रीय सुरक्षा पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।

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