रांची: JSSC-CGL Paper Leak : झारखंड में चल रही JSSC-CGL परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर अभ्यर्थियों का हो-हंगामा जारी है। दूसरी ओर इस मामले की जांच भी जारी है जिसमें नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की जांचमें एक नया मोड़ सामने आया है। विशेष जांच दल (SIT) ने 5 छात्रों से पूछताछ की है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए प्रश्न पत्र वायरल किया था।
JSSC-CGL Paper Leak – आरोप क्या है?
SIT के अनुसार, ये छात्र परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र को अपने व्यक्तिगत मोबाइल फोन पर प्राप्त कर चुके थे। इसके बाद उन्होंने कथित तौर पर इसे WhatsApp ग्रुप्स और Facebook पेज पर शेयर कर दिया, जिससे पेपर लीक हो गया। बता दें कि 28 जनवरी को आयोजित हुई JSSC-CGL परीक्षा में पेपर लीक की आशंका जताई गई थी, जिसके चलते पेपर 3 को रद्द कर दिया गया था।
एसआईटी ने कर ली डिलीट किए गए डेटा की रिकवरी
SIT की जांच में पाया गया कि इन छात्रों ने सबूत छिपाने के लिए अपने मोबाइल फोन से कथित तौर पर पेपर लीक से संबंधित डेटा डिलीट कर दिया था। हालांकि, SIT ने डेटा रिकवरी सॉफ्टवेयर की मदद से इन डिलीटेड फाइल्स को पुनः प्राप्त कर लिया है, जिन्हें जांच में अहम सबूत माना जा रहा है।
SIT की क्या चल रही कार्रवाई?
SIT ने इन छात्रों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा, यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इन छात्रों को प्रश्न पत्र कहां से और किसके द्वारा प्राप्त हुआ था। वहीं, SIT ने यह भी संकेत दिया है कि इस मामले में जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी संभव है।
मामले का क्या असर?
JSSC-CGL पेपर लीक मामले ने झारखंड में नौकरी चाहने वाले युवाओं में नाराजगी पैदा कर दी है। छात्र संगठन सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं और CBI जांच की मांग कर रहे हैं। ऐसे में इस मामले में SIT की कार्यवाही और जांच के नतीजे आगामी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
यह मामला अभी जांच के अधीन है। आरोपियों को अभी तक दोषी नहीं ठहराया गया है। SIT अपनी जांच जारी रखे हुए है और जल्द ही इस मामले में और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
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