इंदौर : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में विदेशियों की बड़ी संख्या को देख कर प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने गुरुवार को कहा कि उनके लिए भारत मुक्ति का स्थान है। खेर ने इंदौर में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि भारत उन लोगों के लिए एक आध्यात्मिक धाम है, जहां वे सांसारिक बंधनों से मुक्ति पा सकते हैं।
विदेशियों के लिए भारत है आध्यात्मिक शांति का केंद्र
कैलाश खेर ने कहा, “विदेशी लोगों के लिए भारत मुक्ति का धाम है। उन्होंने संसार में धन और अविष्कारों की बहुत ऊंचाइयों को छुआ है, लेकिन वे जानते हैं कि सिर्फ भारत में ही वे आध्यात्मिक शांति और मुक्ति पा सकते हैं।” खेर ने यह भी कहा कि जीवन में चाहे जो कुछ भी हासिल कर लें, लेकिन वास्तविक शांति और संतुलन के लिए भारत का अनुभव जरूरी है।
महाकुंभ में लॉरेन पॉवेल जॉब्स और अन्य विदेशियों की भागीदारी
गायक ने महाकुंभ मेला में शामिल होने वाली प्रसिद्ध शख्सियतों का भी जिक्र किया। उन्होंने एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स का नाम लिया, जिनके परिवार सहित अन्य विदेशी मेले में शामिल हो रहे हैं और परमेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहां आए हैं।
कैलाश खेर ने गाने के बारे में भी की चर्चा
इस दौरान कैलाश खेर ने यह भी कहा कि बेहूदा और अश्लील शब्दों वाले गानों का निर्माण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने बिना नाम लिए उन गायकों पर तंज कसा जो शारीरिक अंगों की तारीफ में गाने लिखते हैं और कहा कि ऐसे गाने जल्द ही खत्म हो जाते हैं।
महाकुंभ में गाए दो नए गीत
कैलाश खेर ने बताया कि महाकुंभ के इस अद्वितीय अवसर पर उन्होंने दो नए गीत “महाकुंभ है” और “महाकुंभ संगम” की रचना की है, जो मेले के भव्यता और आध्यात्मिक महत्व को उजागर करते हैं।