कानपुर : उत्तर प्रदेश में कानपुर के रिहायशी क्षेत्र, चमनगंज में एक अवैध जूता-चप्पल फैक्ट्री में भीषण आगजनी की घटना हो गई। इस घटना में आग ने 5 मंजिला इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर दमकलकर्मी और SDRF की टीमें तत्परता से राहत एवं बचाव कार्य में देर रात तक जुटी रही। भवन में सुरक्षा के कोई भी इंतजाम नहीं थे। वहां न फायर सेफ्टी थी और ना ही Emergency Exit. आग में जलकर 5 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में सभी एक ही परिवार के सदस्य थे।

भवन में सुरक्षा के नहीं थे इंतजाम
कानपुर के चमनगंज इलाके में देर रात एक अवैध जूता- चप्पल फैक्ट्री में आग लगने की घटना से 5 लोगों की मौत हो गई। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। पहली मंजिल पर शॉर्ट सर्किट से आग लगी और करीब 20 मिनट के अंदर ही 5 वीं मंजिल तक फैल गई। घटनास्थल पर दमकल की 10 गाड़ियों सहित SDRF की टीमें आग पर काबू पाने का प्रयास करती रही। देर रात तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहा। भवन में किसी भी तरह की फायर सेफ्टी नहीं थी। इसके साथ ही आपात निकासी की सुविधा भी नहीं थी।

20 मिनट बाद दोबारा भड़क उठी आग
घटनास्थल पर दमकल की 10 गाड़ियां रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंची थी। बिल्डिंग की पहली और दूसरी मंजिल पर जूता- चप्पल बनाने की फैक्ट्री थी। वहीं, तीसरी और चौथी मंजिल पर परिवार रहता था। शॉर्ट सर्किट से लगी आग पर रात करीब 1:00 बजे किसी तरह काबू पाया गया। पूरी बिल्डिंग में धुआं भरे होने के कारण बचाव कार्य में रुकावट आ रही थी। वही 20 मिनट बाद दोबारा आग भड़क उठी। किसी तरह से देर रात 2.45 बजे तक आग पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सका। इलाके में संकरी सड़क होने के कारण फायर ब्रिगेड को बिल्डिंग तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना। हादसे में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में माता- पिता और उनकी 3 बेटियां शामिल हैं।
बिल्डिंग में हुए तीन तेज धमाके
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगने के कारण बाद कुल 3 तेज धमाके हुए। यह आशंका जताई जा रही है कि गैस सिलेंडर फटने के कारण यह धमाके हुए होंगे। इससे आग ने और भी अधिक भयावह रूप ले लिया। शहर के किदवईनगर, जाजमऊ, कर्नलगंज, लाटूश रोड और फजलगंज फायर स्टेशन से दमकल की अतिरिक्त गाड़ियां मंगाई गई थीं। आग पर काबू पाने के लिए 60 से अधिक दमकलकर्मी राहत एवं बचाव कार्य में तत्परता के साथ जुटे रहे।