- जयकारों से गूंज उठा हिमालय, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रहे मौजूद
Dehradun/Rudraprayag (Uttarakhand): देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार सुबह विधिवत पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। समुद्र तल से 11,755 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव के इस धाम में कपाट खुलने के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। हिमालयी शीतलहर के बावजूद श्रद्धा की तपिश इतनी प्रबल थी कि भक्त ‘बम-बम भोले’ और ‘जय बाबा केदार’ के जयघोष करते हुए उत्साह से लबरेज नजर आए।
108 क्विंटल फूलों से सजाया गया शिवधाम
इस वर्ष केदारनाथ धाम को देश और विदेश से मंगाए गए 108 क्विंटल रंग-बिरंगे फूलों से विशेष रूप से सजाया गया। यह भव्य सजावट मंदिर परिसर को स्वर्ग जैसा दृश्य प्रदान कर रही थी। धूप, गुलाब, गेंदा, लिली, ऑर्किड जैसे विभिन्न फूलों से सजा यह धाम भक्तों के लिए दिव्य अनुभूति का केंद्र बना रहा।

मुख्यमंत्री धामी ने किए बाबा केदार के दर्शन
कपाट खुलने के इस ऐतिहासिक पल पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी केदारनाथ पहुंचे और बाबा केदार के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने यात्रा की व्यवस्था का भी जायजा लिया और श्रद्धालुओं से अपील की कि वे यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें।
चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत
केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा 2025 की औपचारिक शुरुआत हो गई है। इससे पहले अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। अब 5 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी।

हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं चारधाम
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की धार्मिक और आर्थिक धुरी मानी जाती है। हर साल सर्दियों में जब बर्फबारी के कारण ये मंदिर बंद होते हैं, तो अगले अप्रैल-मई में कपाट दोबारा खोले जाते हैं। वर्ष 2024 में चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 48 लाख श्रद्धालुओं ने इन पवित्र धामों के दर्शन किए थे, और इस साल यह संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है।