पटना/ Lalu Yadav : विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई लगातार जारी है। इस क्रम में ED की टीम शुक्रवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी आवास पहुंची। ईडी ने धन शोधन जांच में लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव को इस महीने के अंत में पटना कार्यालय में उपस्थित होने के लिए फिर समन जारी किया है। इस समन को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की ओर से रिसीव किया है।
इससे पहले भी ईडी की टीम ने Lalu Yadav और तेजस्वी यादव दोनों पूछताछ के लिए समन भेजा था। उन्हें रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि Lalu Yadav ने रेलमंत्री रहते हुए भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर नियुक्ति के लिए भ्रष्टाचार किया था।
ED ने तेजस्वी यादव को समन का पेपर दिया:
मिली जानकारी के अनुसार Lalu Yadav को 29 जनवरी को पेश होने को कहा गया है, वहीं तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को बुलाया गया है। इधर, राबड़ी आवास पर ईडी की टीम को देख सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते मीडिया और राजद कार्यकर्ता राबड़ी आवास के बाहर पहुंचे लेकिन तब तक ईडी की टीम लौट भी चुकी थी। बताया जा रहा है कि ईडी टीम के राबड़ी आवास के अंदर गई। वहां पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मौजूद थे।
Lalu Yadav : जमीन के बदले नौकरी मामले में ED ने भेजा है समन
मालूम हो Lalu Yadav पर यह आरोप है कि वे रेलवे मंत्री रहते हुए इस घोटाले में शामिल थे। यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं। बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी। जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इस मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है।
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