नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने टिल्लू ताजपुरिया गैंग के कुख्यात शार्प शूटर मंजीत उर्फ दादा को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है। यह मुठभेड़ सरोजनी नगर इलाके में हुई, जिसमें मंजीत के पैर में गोली लगी। गोगी गैंग के करन थापा की हत्या के मामले में वह मुख्य आरोपी था और लंबे समय से फरार चल रहा था।
पुलिस ने उसके पास से .32 बोर की पिस्टल, तीन कारतूस, चोरी की मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
करन थापा मर्डर केस: गैंगवॉर की पृष्ठभूमि
दिल्ली के अलीपुर के नेहरू एन्क्लेव में 28 मार्च को गोगी गैंग के सदस्य करन थापा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमला बाइक सवार बदमाशों ने किया था। जॉइंट सीपी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जांच में हत्या के पीछे गोगी और टिल्लू गैंग के बीच चली आ रही रंजिश सामने आई।
इस हत्या में तीन शूटरों की पहचान हुई —
- मंजीत उर्फ दादा (रोहतक)
- नीरज उर्फ भूरा (नांगलोई)
- हिमांशु उर्फ मोनू (बहरोर)
हिमांशु पहले ही गिरफ्तार हो चुका है जबकि मंजीत और नीरज फरार थे।
ऐसे हुआ एनकाउंटर और गिरफ्तारी
5 अगस्त को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि मंजीत सरोजनी नगर में मौजूद है। पुलिस ने वहां जाल बिछाया। मंजीत ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की और तीन राउंड फायरिंग की। जवाब में सब-इंस्पेक्टर अमित ग्रेवाल ने फायरिंग की, जिसमें मंजीत के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
घायल मंजीत को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
हत्या का आदेश गैंग के विदेशी सरगना ने दिया था
मंजीत ने बताया कि 2023 में टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद दीपक पकस्मा उर्फ भोला, जो विदेश से गैंग ऑपरेट करता है, ने करन थापा की हत्या का आदेश दिया था। उसी के निर्देश पर मंजीत, नीरज और हिमांशु ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया।
मंजीत की पृष्ठभूमि और आपराधिक रिकॉर्ड
- मंजीत हरियाणा के रोहतक का निवासी है।
- उसने 12वीं तक पढ़ाई की और आईटीआई बीच में छोड़ दी।
- वह टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सक्रिय सदस्य है।
- उस पर हत्या के प्रयास, उगाही और आर्म्स एक्ट समेत 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं।