Home » अंतिम लिस्ट में किया जा सकता है मनु भाकर को खेल रत्न पुरस्कार देने पर विचार

अंतिम लिस्ट में किया जा सकता है मनु भाकर को खेल रत्न पुरस्कार देने पर विचार

खेल रत्न पुरस्कार के लिए किए गए नामों की अनुशंसा में दो ओलंपिक मेडल जीतने वाली शूटर मनु भाकर का नाम नहीं था। जिसके बाद जमकर हंगामा बरपा। उनके पिता ने भी इस पर सवाल उठाए।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

खेल डेस्क। ओलंपिक में पदक जीतने वाली मनु भाकर तो आप सब को याद ही होंगी। खेल रत्न पुरस्कार की घोषणा हुई, जिसमें मनु भाकर का नाम शामिल नहीं किया गया। इस बात से बेहद हंगामा मचा और उनके पिता बेहद खफा दिखे। हंगामे के बाद अब खबर है कि उनका नाम अंतिम लिस्ट में जोड़ा जाएगा।

खेल रत्न पुरस्कार के लिए किए गए नामों की अनुशंसा में दो ओलंपिक मेडल जीतने वाली शूटर मनु भाकर का नाम नहीं था। जिसके बाद जमकर हंगामा बरपा। उनके पिता ने भी इस पर सवाल उठाए। अब खबर है कि उनका नाम अंतिम लिस्ट में जोड़ा जा सकता है। हालांकि, नाम जोड़े जाने को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया कुछ दिनों में इस पर विचार कर सकते है।

मनु भाकर को माना जा रहा था इस अवॉर्ड का अहम दावेदार
शुरूआती लिस्ट में केवल भारत की मेंस हॉकी टीम के कप्तान और ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह और पेरिस पैरालंपिक्स में पैरा हाई जंप के गोल्ड मेडलिस्ट प्रवीण कुमार के नाम की सिफारिश की गई है। इस साल हुए पेरिस ओलंपिक्स में दो मेडल जीतने वालीं मनु भाकर को इस अवॉर्ड का सबसे अहम दावेदार माना जा रहा था, लेकिन उनके उनके नाम को न जोड़े जाने पर काफी आलोचना हुई।

लिस्ट के बाहर के कुछ नामों पर भी हो सकती हैं चर्चा
पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष के पद पर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम है। इसके अलावा इस समिति में महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल, बॉक्सर विजेंदर सिंह और दिग्गज क्रिकेटर अनिल कुंबले जैसे चेहरे शामिल है। समिति आम तौर पर आवेदन करने वालों के नाम पर विचार करती है, लेकिन समिति के पास अधिकार हैं कि वह उन नामों पर भी चर्चा कर सकती है, जो उस लिस्ट में शामिल नहीं हैं।

अवॉर्ड, सम्मान मुझे प्रेरित करते हैं, लेकिन ये लक्ष्य नहीं- मनु भाकर
इस पूरे मामले पर 24 दिसंबर को मनु भाकर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि सबसे प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार के लिए मेरे नॉमिनेशन के मुद्दे पर मैं यह कहना चाहूंगी कि एक एथलीट के तौर पर मेरी भूमिका अपने देश के लिए खेलना और परफॉर्म करना है। अवॉर्ड और सम्मान मुझे प्रेरित करते हैं, लेकिन ये मेरे लक्ष्य नहीं हैं। आगे मनु भाकर ने कहा कि नॉमिनेशन के दौरान शायद उनसे कोई चूक हुई हो, जिसे ठीक किया जा रहा है। पुरस्कार से परे वह अपने देश के लिए और अधिक मेडल जीतना चाहती हैं। भाकर ने सभी से अनुरोध किया है कि इस मामले पर कोई अटकल नहीं लगाएं। मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक्स में 10 मीटर एयर पिस्टल के व्यक्तिगत इवेंट और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

क्या है खेल रत्न पुरस्कार
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है। पहले इसे राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड कहा जाता था। इस पुरस्कार को भारत एवं विश्व के सबसे शानदार हॉकी खिलाड़ी के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने तीन बार ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल की थी। खेल एवं युवा मंत्रालय की ओर से प्रत्येक वर्ष इसे प्रदान किया जाता है। इसके तहत एक पदक, प्रशस्ति पत्र और नकद राशि दी जाती है। पहले यह राशि 7.5 लाख थी, जिसे 2020 में बढ़ाकर 25 लाख कर दी गई। खेल रत्न पुरस्कार के विजेता राजधानी व शताब्दी जैसी ट्रेनों में मुफ्त यात्रा कर सकते है।

Related Articles