नई दिल्ली : Agnipath Scheme: केंद्र सरकार ने अग्निवीरों को बड़ी खुशखबरी दी है। पूर्व अग्निवीरों को सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और बीएसएफ की भर्ती में 10 फीसद आरक्षण मिलेगा। इसके साथ ही फिजिकल टेस्ट भी नहीं देना होगा। बीएसएफ डीजी नितिन अग्रवाल और सीआईएसएफ डीजी नीना सिंह ने कहा कि इसको लेकर तमाम तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
केंद्र सरकार ने पिछले साल अग्निवीरों के हितों को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया था। वहीं पूर्व अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों में 10 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया था। अब इस फैसले को लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गृह मंत्रालय का मानना है कि पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा से उन्हें रोजगार के नए अवसर देगी और उनकी सेवाओं को सम्मान मिलेगा। यह कदम सुरक्षा बलों की क्षमता को बढ़ाएगा और देश की सुरक्षा को मजबूत करेगा। केंद्र सरकार के इस फैसले से उन हजारों युवाओं को फायदा होगा, जिन्होंने अग्निवीर में अपनी सेवाएं दी हैं।
Agnipath Scheme: संसद में अग्निपथ योजना को लेकर हुआ था विवाद
हाल ही में खत्म हुए संसद सत्र के दौरान विपक्ष ने अग्निपथ योजना को लेकर सवाल उठाए थे। वहीं राहुल गांधी ने दावा किया था कि सरकार अग्निवीरों को इस्तेमाल करके फेंक देने वाले मजदूर के रूप में देखती है और उन्हें शहीद का दर्जा भी नहीं देती। वहीं कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल इस योजना को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं कि 4 साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का क्या होगा, क्योंकि कुल भर्तियों में से केवल 25 प्रतिशत को ही 15 वर्षों के लिए बरकरार रखा जाएगा।
अग्निपथ योजना पर उठे विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दावों का खंडन करते हुए कहा था कि 158 संगठनों से सुझाव लेने के बाद इसे लागू किया गया था। विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसियों और विभागों ने पहले ही पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की योजना की घोषणा कर दी है। वहीं पूर्व अग्निवीरों के मामले को लेकर बीएसएफ के डीजी नितिन अग्रवाल ने कहा कि हम सैनिक तैयार कर रहे हैं। इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। वहीं इससे सभी बलों को फायदा होगा. पूर्व अग्निवीरों को भर्ती में 10% आरक्षण मिलेगा।
Agnipath Scheme: 2022 में शुरू की गई थी अग्निपथ योजना
मोदी सरकार ने 14 जून 2022 को अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी। थल सेना, वायु सेना और जल सेना तीनों के लिए इस योजना के तहत भर्ती सैनिकों को अग्निवीर नाम दिया गया है। वहीं इस योजना के तहत 17 से 21 साल की उम्र के युवाओं को केवल चार सालों के लिए भर्ती करने का प्रावधान है। सर्विस पूरी होने पर 25 फीसदी अग्निवीरों को नियमित सेना 15 सालों तक के लिए बनाए रखने का प्रावधान है। बाकी 75 प्रतिशत को एक बड़ी राशि के साथ, स्किल सर्टिफिकेट दिया जाएगा ताकि वे क्षमता के अनुसार नया काम खोज सकें।
वहीं बता दें कि अग्निवीर भर्ती परीक्षा में सिलेक्ट होने वाले कैंडिडेट्स को पहले साल हर महीने 30,000 रुपये सैलरी मिलेगी। इसमें 9,000 रुपये कॉर्प्स फंड के तौर पर कटेगा। ऐसे में पहले साल इनहैंड सैलरी 21,000 रुपये मिलेगी। वहीं दूसरे साल 10% बढ़ोतरी के साथ 33,000 रुपये सैलरी हो जाएगी। इसमें 23,100 रुपये इनहैंड मिलते हैं। इसी तरह हर साल 10% सैलरी बढ़ेगी। तीसरे वर्ष 36,500 रुपये सैलरी हो जाएगी। इसमें 25,550 रुपये इनहैंड मिलते हैं। चौथे साल सैलरी बढ़कर 40,000 रुपये हो जाती है। इसमें 28,000 रुपये इनहैंड मिलते हैं।
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