रांची : झारखंड राज्य से मानसून की विदाई हो गई है। इसकी अधिकारिक घोषणा मौसम विभाग ने की। भारतीय मौसम विभाग ने झारखंड राज्य के पूरे क्षेत्र से दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रस्थान की घोषणा की है। इस वर्ष राज्य में मानसून का आगमन 19 जून को हुआ था। राज्य में मानसून की विदाई के बाद झारखंड शुष्क मौसम की ओर प्रवृत्त होता है, जिससे क्षेत्र में मुख्य वर्षा के मौसम का समापन होता है।
मानसून का प्रस्थान क्या संकेत देती है?
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून का प्रस्थान मौसम के प्रारूप में बदलाव का संकेत देती है और राज्य सूखे और ठंडे मौसम की ओर अग्रसर होती है। मानसून ऋतु के दौरान झारखंड में कुल वर्षा (1 जून से 30 सितंबर तक) 751.3 मिमी हुई जबकि सामान्य वर्षा 1022.9 मिमी है। वहीं, विचलन -27 प्रतिशत हुआ जो कम वर्षा की श्रेणी में आता है।
राज्य के सात जिलों में हुई सामान्य वर्षा
राज्य के कुल 24 में से सात जिलों में सामान्य वर्षा रही। इसमें पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, बोकारो शामिल हैं। वहीं, साहिबगंज में 1266.6 मिमी और गोड्डा में 982.4 मिमी (सामान्य से अधिक) वर्षा हुई। जबकि शेष जिलों में वर्षा की कमी रही। इसमें देवघर, दुमका, खूंटी, रांची, गिरीडीह, धनबाद, लातेहार, हजारीबाग, गुमला, चतरा, पलामू, गढ़वा, रामगढ़, पाकुड़, लोहरदगा, जामताड़ा, कोडरमा शामिल हैं।
पूर्वी सिंहभूम जिले में क्या रही स्थिति
पूर्वी सिंहभूम जिले में मानसून सामान्य रहा। 1 से 13 अक्टूबर के बीच यहां 47 एमएम वर्ष दर्ज की गई है। राज्य में इस बार मानसून 104 दिन रहा। 19 जून को मानसून प्रवेश किया था।
दुर्गापूजा से बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार, दुर्गापूजा से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। ऐसे में ठंड बढ़ेगी। शुरुआती ठंड में खास ध्यान देने की जरूरत होती है। चूंकि, इसी दौरान ठंड लगने की संभावना सबसे अधिक होती है। खासकर बच्चे व बुजुर्गों को अधिक नुकसान पहुंचाता है। शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई।
राज्य में जून से सितंबर के बीच हुई वर्षा
माह : वर्षा हुई : सामान्य : प्रतिशत
जून : 108.5 : 189.5 : 43 कम
जुलाई : 267.7 : 499.3 : 46 कम
अगस्त : 503.9 : 798.8 : 37 कम
सितंबर : 752.0 : 1022.9 : 26 कम