पटना/ Karpoori Thakur : केंद्र सरकार ने मंगलवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद बिहार में खुशी की लहर दौड़ गई है। कर्पूरी ठाकुर बिहार के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में से एक थे। उन्हें “जननायक” के नाम से जाना जाता है। उन्होंने बिहार में कई महत्वपूर्ण सुधार किए, जिनमें भूमि सुधार, शिक्षा सुधार और रोजगार के अवसरों में वृद्धि शामिल है।
नीतीश ने कहा- यह बिहार के लिए गर्व का क्षण
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने Karpoori Thakur को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा पर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह बिहार के लिए एक गर्व का क्षण है। सीएम नीतीश ने अपने नए पोस्ट में लिखा कि पूर्व मुख्यमंत्री और महान समाजवादी नेता स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया जाना हार्दिक प्रसन्नता का विषय है। केंद्र सरकार का यह एक बेहद अच्छा निर्णय है।
राजद सुप्रीमो लालू ने भी जताई खुशी
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने भी भारत रत्न की घोषणा पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर एक महान समाजवादी नेता थे और उनका सम्मान होना ही चाहिए। वहीं राजद व कांग्रेस के कुछ नेताओं की ओर से आए बयान में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने Karpoori Thakur को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए किया है।
समस्तीपुर जिले में जन्म, 1952 में पहली बार बने विधायक
Karpoori Thakur का जन्म 1924 में बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझिया गांव में हुआ था। उन्होंने बिहार विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी। उन्होंने 1952 में पहली बार बिहार विधानसभा के लिए चुनाव में अपनी जीत दर्ज की थी। कर्पूरी ठाकुर ने 1968, 1970, 1972 और 1975 में बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था।
Karpoori Thakur : कुशल प्रशासक, लोकप्रिय नेता
कर्पूरी ठाकुर एक कुशल प्रशासक और लोकप्रिय नेता थे। उन्होंने बिहार में कई महत्वपूर्ण सुधार किए थे, जिनमें भूमि सुधार, शिक्षा सुधार और रोजगार के अवसरों में वृद्धि शामिल है। उन्होंने बिहार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कर्पूरी ठाकुर की मृत्यु 1988 में हुई। उन्हें बिहार के सबसे महान नेताओं में से एक माना जाता है।
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