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भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति ने घर जाकर दिया ‘भारत रत्न’, पीएम रहे मौजूद

by The Photon News Desk
Lal Krishna Advani
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नई दिल्ली/ Lal Krishna Advani : भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को रविवार को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लालकृष्ण आडवाणी के घर आकर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत 10 नेता मौजूद थे। उनके साथ आडवाणी के परिवार के 10 लोग मौजूद थे।

Lal Krishna Advani : घर पर क्यों दिया गया सम्मान

शनिवार को चार शख्सियतों को ‘भारत रत्न’ मिला था। सभी को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ दिया गया। सभी के परिजनों ने राष्ट्रपति भवन आकर राष्ट्रपति से सम्मान ग्रहण किया था। पीवी नरसिम्हा राव के बेटे पीवी प्रभाकर राव, चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी, कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर और स्वामीनाथन की बेटी नित्या राव ने ‘भारत रत्न’ लिया था।

लालकृष्ण आडवाणी के घर आकर राष्ट्रपति ने इसलिए सम्मान दिया, क्योंकि आडवाणी की सेहत खराब है और वह काफी वृद्ध भी हो गए हैं। वे चल फिर नहीं पाते है। मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के संगठन मंत्री बीएल संतोष आदि मौजूद थे।

किसे मिलता है ‘भारत रत्न’

‘भारत रत्न’ (Bharat Ratna)भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसे भारत के वैसे व्यक्ति प्राप्त करते हैं, जो अपने विशिष्ट या अद्वितीय योगदान के लिए पहचाने गए हों। इसमें भारतीय नागरिकों के साथ ही विदेशी नागरिकों को भी सम्मानित किया जा सकता है। अब तक, इस सम्मान को कई प्रमुख वैज्ञानिक, कलाकार, खिलाड़ी, राजनेता और समाजसेवी को प्रदान किया गया है।

देश के वीआईपी व्यक्ति में हो जाते हैं शामिल

देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ है। इसे पाने वाला व्यक्ति वीआईपी बन जाता है। ‘भारत रत्न’ से सम्मानित व्यक्ति को राशि नहीं मिलती है, लेकिन केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के समकक्ष वीआईपी दर्जा मिलता है। प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्राइम मिनिस्टर, उप प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस, लोकसभा स्पीकर, केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, गर्वनर, चीफ मिनिस्टर, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व पीएम, पूर्व सीएम, राज्यसभा व लोकसभा में विपक्ष के नेता के बाद ‘भारत रत्न’ को महत्व दिया जाता है।

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