गोवा | गोभी मंचूरियन देशभर में पसंद की जाने वाली पॉपुलर चाइनीज डिश है. (Manchurian Ban) सोया सॉस की ग्रेवी के साथ बनाई जाने वाली इस डिश को लेकर इन दिनों गोवा में बवाल मचा हुआ है. मामला इतना आगे बढ़ गया है कि वहां के प्रशासन ने इसे बैन करने का फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिश को हेल्थ और हाइजीन इशू के चलते बैन किया गया है. यह कोई पहली बार नहीं है जब गोभी मंचूरियन को लेकर गोवा में ऐसा हुआ हो. इससे पहले भी राज्य में इस डिश को बैन करने को लेकर मांग उठाई गई थी.
इस शहर में किया गया बैन (Manchurian Ban)
दरअसल, गोवा के मापुसा शहर में सभी स्टालों और कार्यक्रमों पर गोभी मंचूरियन बनाने और बेचने पर बैन लगा दिया गया है. इसको लेकर पार्षद तारक अरोलकर ने बीते महीने ही एक कार्यक्रम में इस डिश को बैन करने की बात कही थी, जिस पर पूरे परिषद ने भी सहमति जताई थी.
गोवा प्रशासन का मानना है कि गोभी मंचूरियन में काफी मात्रा में सिंथेटिक कलर का इस्तेमाल किया जाता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. इसको ज्यादा क्रिस्पी बनाने के लिए इसमें हानिकारक कॉर्नस्टार्च डालकर लंबे समय तक तेल में फ्राई किया जाता है. इसी वजह से इस डिश को बैन करने की बात उठी थी.
कैसे हुआ प्रतिबंध का फैसला?
मापुसा नगर परिषद के पार्षद तारक अरोलकर ने सुझाव दिया था कि स्टॉलों पर गोभी मंचूरियन की बिक्री बंद होनी चाहिए. साथ ही समारोहों में भी इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. परिषद के अन्य सदस्य भी इस पर सहमत हो गए. दरअसल, गोभी मंचूरियन की गुणवत्ता को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं. प्रतिबंध के चलते अब मापुसा की सड़कों पर लगने वाले फूड स्टॉलों पर यह पकवान नहीं बेचा जाएगा. इससे ठेले पर इसे बेचने वाले विक्रेता परेशान हैं.
क्यों लगाया गया प्रतिबंध?
गोभी मंचूरियन को बंद करने के पीछे कई कारण सामने आए हैं. इसमें मिलाया जाने वाला आर्टिफिशियल लाल रंग इसे खाने में हानिकारक बना देता है. मापुसा नगर परिषद के मुताबिक इससे लोग बीमार पड़ सकते हैं और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें बढ़ सकती हैं. सबसे ज्यादा हैरान करने वाला कारण सामने आया कि गोभी मंचूरियन की रेसिपी में नकली सॉस और कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पाउडर का उपयोग होता है.
तारक आरोलकर ने बताया कि इस पर रोक लगाने की वजह डिश में इस्तेमाल होने वाला सिंथेटिक कलर और साफ-सफाई है. बता दें कि गोभी को अच्छा रंग देने के लिए जिस कलर का इस्तेमाल किया जाता है वहै सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं, कई रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके साथ परोसे जाने वाली चटनी भी हेल्थ के लिए नुकसानदायक होती है. ऐसे में इस डिश को बैन ही कर देना स्वास्थ्यके दृष्टिकोण से उचित रहेगा.
वर्ष 2022 में भी लगाया गया था बैन
दरअसल, गोवा में गोभी मंचूरियन ऐसी पहली डिश नहीं है जिस पर बैन लगा है. इससे पहले भी कई लोकप्रिय फ्यूजन डिश पर विरोध जाहिर किया जा चुका है. वर्ष 2022 में भी गोभी मंचूरियन पर बैन लगा दिया गया था. इस पर भोजन प्रेमियों और बाहर से आने वाले टूरिस्टों ने हैरानी जताई थी।
हानिकारक कॉर्नस्टार्च का उपयोग
इस फैसले के बाद दुकानदार और रेहड़ी वाले खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि समझ नहीं आ रहा है कि कुछ लोगों की वजह से सभी को निशाना क्यों बनाया जा रहा है. उनका कहना है कि अधिकारियों ने उन्हें गोभी मंचूरिया बेचने के लिए मना किया है. एफडीए में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि गोभी मंचूरियन में खराब चटनी परोसी जाती है. इसके अलावा इसे अधिक समय तक कुरकुरा बनाए रखने के लिए हानिकारक कॉर्नस्टार्च का उपयोग किया जाता है. अब देखना है कि गोवा में गोभी मंचूरियन विवाद क्या रुख लेता है.
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