चाईबासा : Maoist Killed in encounter with police in West Singhbhum District: झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के लिपुंगा जंगल में सोमवार को तड़के सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बल को बड़ी सफलता मिली है। इस मुठभेड़ में दो महिला समेत पांच माओवादी मारे गए हैं। जबकि दो को गिरफ्तार भी किया गया है।
मारे गए माओवादियों में जोनल कमांडर भी
मुठभेड़ में मारे गए पांच माओवादियों में छत्तीसगढ़ का एक जोनल कमांडर सिंगराई उर्फ मनोज, सब-जोनल कमांडर कांडे होनहागा, एरिया कमांडर सूर्या उर्फ मुंडा देवगम, संगठन की सक्रिय कार्यकर्ता जुंगा पुरती उर्फ मारला और सपनी हासंदा शामिल हैं। वहीं, गिरफ्तार किये गये माओवादियों में संगठन का एरिया कमांडर टाइगर उर्फ पांडु हांसदा व महिला नक्सली बतरी देवगम शामिल हैं। मृत सपनी हांसदा गिरफ्तार किए गए एरिया कमांडर टाइगर की पत्नी है।
मजिस्ट्रेट और फारेंसिक टीम पहुंची घटना स्थल
सोमवार को दोपहर बाद मजिस्ट्रेट और फारेंसिक टीम के सदस्य मुठभेड़ स्थल पहुंचे। शवों की नाम के साथ पहचान करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय चाईबासा भेजने की व्यवस्था की गई।
सर्च ऑपरेशन के दौरान हो गई भिड़ंत
बताया जा रहा है कि 17 जून सोमवार को अहले सुबह पश्चिम सिंहभूम जिले के गुवा थाना अंतर्गत लिपुंगा के पास जंगल में सुरक्षा बल के जवान माओवादियों के खिलाफ सर्च आपेरशन चला रहे थे। इसी क्रम में कोबरा 209 बटालियन की टुकड़ी पर माओवादियों की ओर से गोलियां चलनी शुरू हो गईं। करीब एक घंटे तक जवाबी कार्रवाई करते हुए कोबरा कमांडोज ने मौके पर दो महिला समेत पांच माओवादियों को ढेर कर दिया। इसके बाद दो माओवादियों को सर्चिंग के दौरान जिंदा पकड़ने में भी सफलता प्राप्त कर ली।
जोनल कमांडर पर है 10 लाख का ईनाम
मारे गए जोनल कमांडर सिंगराई उर्फ मनोज के ऊपर 10 लाख, सब-जोनल कमांडर कांडे होनहागा पर पांच लाख, एरिया कमांडर सूर्या उर्फ मुंडा देवगम पर दो लाख का इनाम सरकार ने रखा था। सर्च आपरेशन देर शाम तक जारी रहा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि गुवा थाना क्षेत्र में लिपुंगा जंगल में अनमोल के दस्ते से सोमवार की सुबह यह मुठभेड़ हुई थी।
पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी है। इस सफलता से हमारे जवानों का हौसला बढ़ा है। अभी पूरे क्षेत्र में सर्च आपरेशन जारी है। मुठभेड़ के बाद माओवादियों के सात हथियार भी बरामद हुए हैं। बटालियन के लौटने के बाद स्थिति को और स्पष्ट किया जा सकेगा। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।