धनबाद/NEET Paper Leak: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने एक बार फिर धनबाद में छापेमारी की है। सीबीआई की ओर से की गई छापेमारी में नीट यूजी पेपर लीक मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। धनबाद के सरायढेला से एक युवक अमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि उसका एक और सहयोगी बंटी भागने में कामयाब रहा है।
NEET Paper Leak: पेपर लीक में अमन मुख्य सह साजिशकर्ता
सीबीआई को मिली जानकारी के मुताबिक पेपर लीक में अमन मुख्य सह साजिशकर्ता है। उसने झारखंड और बिहार में नीट यूजी लीक कराने वाले गैंग के सरगना के जरिए कई पेपर लीक कराए। इसी जानकारी के आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी को अमन की तलाश थी। उसके बारे में सुराग मिलने पर यह छापेमारी की गई।
NEET Paper Leak: प्रिंसिपल व वाइस प्रिंसिपल से पूछताछ में सामने आया अमन का नाम
नीट पेपर लीक मामले में अमन मुख्य कड़ी है। स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम से पूछताछ के बाद अमन का नाम सामने आया था। वहीं सीबीआई के रिमांड में रह रहे बिहार के चिंटू और मुकेश ने भी उसका नाम लिया था। मामले में फरार चल रहे नालंदा के रॉकी से भी अमन का कनेक्शन जुड़ रहा है।
NEET Paper Leak: चार लोग किए जा चुके हैं गिरफ्तार
बता दें कि झारखंड में हुए नीट पेपर लीक मामले में लगातार कई खुलासे हो रहे हैं। वहीं पुलिस ने देवघर में भी छापेमारी कर प्रश्न पत्र बरामद किए थे। जो हजारीबाग के ओएसिस स्कूल सेंटर से हुबहू पाए गए। वहीं जिसके बाद सीबीआई टीम ने हजारीबाग में कार्रवाई की। कई दिनों तक ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल से पूछताछ की। जिसके बाद टीम ने प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अब तक कुल चार लोगों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।
NEET Paper Leak: डॉक्टर के बेटे की भूमिका की हो रही जांच
सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में झारखंड से जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें हजारीबाग से जमालुद्दीन, ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल शामिल हैं। इसके अलावा अब धनबाद से भी अमन को भी गिरफ्तार किया गया है। हालांकि अमन मूल रूप से हजारीबाग का है। बैंक मोड़ क्षेत्र के व्यवसायी के बेटे समेत तीन युवकों से भी सीअीआई ने पूछताछ की है। जांच एजेंसी धनबाद के एक डॉक्टर के बेटे और झरिया के एक युवक की भूमिका की भी जांच कर रही है।
NEET Paper Leak: दोबारा परीक्षा नहीं कराने को लेकर याचिका दायर
नीट-यूजी परीक्षार्थियों का कहना है कि जिन लोगों ने इसमें गड़बड़ी की थी उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उनका कहना है कि 17-18 साल के परीक्षार्थियों ने 3-4 साल की कड़ी मेहनत कर नीट-यूजी पास की थी। जब से परीक्षा में गड़बड़ी की खबरें आई हैं, तब से ऐसे परीक्षार्थी मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। वहीं गुजरात के 56 छात्रों ने नीट- यूजी दोबारा नहीं कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। उन्होंने कहा है कि नीट यूजी परीक्षा-2024 रद्द नहीं होनी चाहिए।
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