जमशेदपुर: रांची टाटा नेशनल हाईवे 33 पर जमशेदपुर में काली मंदिर से बालीगुमा तक फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसका काम शुरू कर दिया गया है। सोमवार को डिमना चौक पर इस पर एलिवेटेड कॉरिडोर का भूमि पूजन हुआ। भूमि पूजन में सांसद विद्युत वरण महतो और जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय शामिल हुए। इस एलिवेटेड कॉरिडोर की लंबाई 10.5 किलोमीटर होगी। एलिवेटेड कॉरिडोर पर 681 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
दो साल में बन कर तैयार हो जाएगा फोरलेन एलीवेटेड कॉरीडोर
एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का काम जोधपुर की कंपनी एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड को मिला है। यह एशिया की बड़ी कंपनी है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया की फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण पूरा करने के लिए ढाई साल का समय दिया गया है। लेकिन वह 2 साल में ही इसका निर्माण पूरा कर देंगे।
पहले था डबल डेकर ब्रिज बनाने का प्लान
पहले काली मंदिर से बालिगुमा तक डबल डेकर ओवर ब्रिज बनाने का प्लान तैयार हुआ था। इस पर 1100 करोड़ रुपए खर्च होने थे। लेकिन बाद में यह बात सामने आई की डबल डेकर बनाने के लिए नेशनल हाईवे पर कई घरों और दुकानों को तोड़ना पड़ेगा। इसीलिए डबल डेकर ओवर ब्रिज की जगह अब 4 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है। सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि यह एलिवेटेड कॉरिडोर बन जाने के बाद 60 साल तक मानगो इलाके में ट्रैफिक के लिए सोचना नहीं पड़ेगा। विधायक सरयू राय ने कहा कि कॉरिडोर का काम कई साल से लंबित था।
तीसरी बार हुआ है एलीवेटेड कॉरीडोर का भूमिपूजन
इसके पहले भी दो बार इसका भूमि पूजन हो चुका है। इस बार तीसरी बार भूमि पूजन हो रहा है। लेकिन इस बार अच्छी बात यह है कि सरकार ने कंपनी से एग्रीमेंट भी कर लिया है। मानगो के हिल व्यू कॉलोनी के लोगों के लिए ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। इस कॉरिडोर के बन जाने से एनएच 33 के आसपास के लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी। भारी वाहन इस एलिवेटेड कॉरिडोर के ऊपर से ही निकल जाएंगे। स्थानीय लोग नीचे की सड़क से आना-जाना करेंगे।
डोबो पुल का पहुंच मार्ग भी होगा फोरलेन
विधायक सरयू राय ने कहा कि डोबो पुल का पहुंच मार्ग भी फोर लेन बनाया जा रहा है। इसके लिए तैयारी चल रही है। जल्द ही डोबो पुल के पहुंच मार्ग को भी फोरलेन कर दिया जाएगा।
लोगों ने फूंका एनएचएआई का पुतला

समाजसेवी विकास सिंह के नेतृत्व ने एनएच 33 पर दुकानदारों ने एनएचएआई का पुतला फूंका है। विकास सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का तीसरी बार भूमि पूजन हो रहा है। इसके पहले दो बार भूमि पूजन हो चुका है। इसीलिए जनता नाराज है। विकास सिंह ने कहा कि शिलापट में अपना नाम डलवाने के लिए ही यह भूमि पूजन कराया जा रहा है। जो लोग शिलापट पर अपना नाम डलवाना चाहते हैं वह बिष्टुपुर जैसे पॉश इलाके के रहने वाले हैं। उन्हें एनएच 33 के लोगों का दर्द नहीं मालूम। एलीवेटेड कॉरीडोर बनाने के लिए विकास सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की प्रशंसा की है।