सेंट्रल डेस्क। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ के संबंध में चल रहे विवादों का जवाब दिया। फडणवीस ने संवेदनशीलता और रचनात्मकता को संतुलित करने का आग्रह किया। उन्होंने निर्माताओं को फिल्म में इतिहास को विकृत करने से बचने की भी सलाह दी।
इतिहास को विकृत करना अनुचित, संवेदशीलता का रहे ध्यान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए छत्रपति संभाजी महाराज के इतिहास को सही ढंग से चित्रित करने का महत्व बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इतिहास को विकृत करना अनुचित है। उन्होंने संभाजी महाराज के प्रति लोगों के गहरे सम्मान का उल्लेख किया और फिल्म निर्माताओं से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उनकी रचनात्मकता और संवेदनशीलता का संतुलन हो।
छत्रपति संभाजी महाराज के इस सीन पर है आपत्ति
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने विक्की कौशल की आगामी फिल्म के एक दृश्य को लेकर निराशा जताई थी। उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज के नृत्य चित्रण पर आपत्ति जताई और दृश्य को फिल्म से हटाने के लिए कहा। सामंत ने फिल्म की रिलीज को रोकने की धमकी देते हुए कहा कि अगर आपत्तियां उठाई गईं, तो इसे रिलीज करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज के नृत्य के चित्रण की आलोचना की और दृश्य को हटाने की मांग की।
फिल्म निर्देशक लक्ष्मण उत्तेकर ने राज ठाकरे से की मुलाकात
मंत्री उदय सामंत ने आगे सुझाव दिया कि फिल्म की रिलीज से पहले इतिहासकारों और विद्वानों द्वारा फिल्म की समीक्षा की जानी चाहिए। विवाद के बाद, फिल्म के निर्देशक लक्ष्मण उत्तेकर ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि विक्की कौशल अभिनीत फिल्म के किसी भी आपत्तिजनक दृश्य को रिलीज से पहले हटा दिया जाएगा।
कौन थे संभाजी
बता दें कि ‘छावा’ छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित एक ऐतिहासिक फिल्म है। विक्की कौशल मराठा साम्राज्य के संस्थापक के सबसे बड़े बेटे छत्रपति संभाजी की भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म में रश्मिका मंदना, अक्षय खन्ना, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
फरवरी में होगी रिलीज
‘छावा’ 14 फरवरी, 2025 को सिनेमाघरों में आएगी। लक्ष्मण उतेकर द्वारा निर्देशित और मैडॉक फिल्म्स के बैनर तले निर्मित इस पीरियड ड्रामा में विक्की कौशल द्वारा अभिनीत छत्रपति संभाजी महाराज के महान शासनकाल को चित्रित किया गया है। फिल्म 1681 में राजा के राज्याभिषेक के साथ शुरू होती है, और फिल्म ने अपनी ऐतिहासिक कथा के दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है।