छपरा: साइबर अपराधी अब तक किसी भी मुकाम पर नहीं रुक रहे हैं और उन्होंने सारण के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. कुमार आशीष को भी निशाना बना लिया। सारण एसपी के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बना कर साइबर ठगों ने ठगी की घटना को अंजाम दिया। इस मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया और अपराधी की गिरफ्तारी के लिए कदम उठाए।
फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने वाले अपराधी की गिरफ्तारी
सारण पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में एक बड़ा कदम उठाया है और हरियाणा के मेवात से एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जानकारी दी कि साइबर थाना की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान सारण एसपी के नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट का पता चला। जब इस अकाउंट का सत्यापन किया गया तो पता चला कि यह एक धोखाधड़ी की घटना का हिस्सा था, जिसे साइबर ठगों द्वारा लोगों से पैसे ठगने के लिए बनाया गया था।
साइबर थाना प्रभारी और डीएसपी अमन ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि इस मामले में साइबर थाना द्वारा कांड संख्या-245/24 दर्ज किया गया है और तकनीकी अनुसंधान के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम जाकिर है, जो हरियाणा के मेवात जिले के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के महू गांव का निवासी है। जाकिर ने एसपी के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर कई लोगों से ठगी की थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जाकिर के पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया है, जो इस अपराध में उपयोग हुआ था। अब पुलिस उसके सहयोगियों की पहचान करने के लिए छापेमारी कर रही है ताकि सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे डाला जा सके।
गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम
साइबर अपराधी जाकिर की गिरफ्तारी के लिए छपरा पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई थी। इस टीम में साइबर थाना अध्यक्ष सह पुलिस उपाधीक्षक अमन, साइबर थाना से पुनि अश्विनी कुमार तिवारी, पुनि दिलीप कुमार, पुनि रणधीर कुमार-1, जिला आसूचना इकाई से पुनि रणधीर कुमार और सिपाही 275 विकास कुमार शामिल थे। इन सभी ने मिलकर जाकिर की गिरफ्तारी सुनिश्चित की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
बढ़ती साइबर अपराधों की चुनौती
यह घटना दर्शाती है कि साइबर अपराधियों ने किस तरह से आम लोगों और अधिकारियों की पहचान का गलत फायदा उठाते हुए धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया है। सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी करना एक बहुत ही गंभीर अपराध है। इस तरह के अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने डिजिटल सुरक्षा को लेकर कड़ी कार्रवाई की है।
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