नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने नशे के कारोबार और संगठित अपराध के खिलाफ ऑपरेशन कवच 8.0 (Operation Kavach 8.0) के तहत राजधानी में अब तक की सबसे बड़ी एकदिनी कार्रवाई को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन 18 जून की शाम 6 बजे शुरू होकर 19 जून की शाम 6 बजे तक चला, जिसमें 15 जिलों के 1040 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई।
यह विशाल अभियान संयुक्त पुलिस आयुक्त सुरेन्द्र सिंह, अपर पुलिस आयुक्त मंगेश कश्यप और डीसीपी संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में किया गया। सभी 15 जिलों के डीसीपी, क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल ने अपनी टीमों को सक्रिय रूप से निर्देशित किया। इस संयुक्त कार्रवाई में कुल 139 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 133 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किए गए। कार्रवाई के दौरान 90.3 ग्राम हेरोइन, 25.9 किलोग्राम गांजा, 3.32 ग्राम कोकीन, 4.63 ग्राम एमडीएमए, 20.08 ग्राम एम्फेटामीन और 12 बुप्रेनॉर्फिन टैबलेट जब्त की गईं।
इस ऑपरेशन के दौरान दिल्ली आबकारी अधिनियम के तहत 217 मुकदमे दर्ज किए गए और 224 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 47476 क्वार्टर अवैध शराब, 125 बीयर बोतलें और 158 बीयर कैन जब्त की।
वहीं 30 हथियार तस्करों को 29 केसों में गिरफ्तार किया गया जिनके पास से 6 सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल, 2 देसी कट्टे, 7 जिंदा कारतूस, 3 मैगजीन और 23 चाकू बरामद हुए। इसके अलावा जुआ अधिनियम के तहत 55 लोगों को 25,592 नकद के साथ गिरफ्तार, 5682 व्यक्तियों को एहतियाती हिरासत में लिया गया, 494 वाहन जब्त, 2031 लोगों को तंबाकू अधिनियम के तहत चालान किया गया है।
विशेष पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य ड्रग्स की आपूर्ति पर सीधा प्रहार था। ऑपरेशन कवच के तहत की गई सख्त कार्रवाई से ड्रग माफियाओं और तस्करों अंकुश करना है। उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि कई बड़े तस्कर भूमिगत हो गए हैं और अब दिल्ली में वाणिज्यिक मात्रा में ड्रग्स लाने से बच रहे हैं। इसके बजाय, छोटे वाहनों और फैमिली ट्रैवलिंग के बहाने महिलाएं और बच्चे भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं।