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Pahalgam Terror attack पर पाकिस्तान की ‘न्यूट्रल जांच’ की पेशकश, भारत ने दिए कड़े संदेश

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने भी एक अमेरिकी समाचारपत्र से बातचीत में कहा था कि इस्लामाबाद किसी भी अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा की गई जांच में सहयोग को तैयार है।

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसारन में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने एक ‘न्यूट्रल जांच’ (Neutral Investigation on Pahalgam Terror Attack) की पेशकश की है।

सैन्य अकादमी के समारोह में शरीफ ने दिया बयान
शरीफ ने एबटाबाद स्थित एक सैन्य अकादमी में समारोह के दौरान कहा, “पाकिस्तान किसी भी निष्पक्ष, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच में भाग लेने के लिए तैयार है।” हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि “पाकिस्तानी सुरक्षाबल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है।’ जैसा कि फरवरी 2019 में भारत की ‘लापरवाह घुसपैठ’ के खिलाफ पाकिस्तान की संतुलित लेकिन सशक्त प्रतिक्रिया से स्पष्ट है।”

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने भी की थी पेशकश
इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने एक अमेरिकी समाचारपत्र से बातचीत में कहा था कि “इस्लामाबाद किसी भी अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा की गई जांच में सहयोग को तैयार है।” आतंकी हमला बैसारन में हुआ, जो पहलगाम के समीप है। हमले में 26 नागरिक मारे गए, जिससे पूरे देश में रोष फैल गया है।

भारत की ओर से उठाए गए सख्त कदम
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इनमें इंडस वॉटर ट्रीटी (Indus Waters Treaty) को निलंबित करना, अटारी सीमा पर एकीकृत चेकपोस्ट को बंद करना, और भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग की उपस्थिति को कम करना शामिल है।

पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के निर्देश
भारत सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जो भी पाकिस्तानी नागरिक अटारी भूमि सीमा के माध्यम से भारत में आए थे, उन्हें 1 मई तक देश छोड़ना होगा। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।

पाकिस्तान का आरोप: राजनीतिक कारणों से की गई कार्रवाई
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह भी आरोप लगाया कि भारत ने इस आतंकी हमले को “घरेलू राजनीतिक फायदे” के लिए एक बहाने के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “नई दिल्ली ने बिना किसी प्रमाण और जांच के पाकिस्तान को दंडित करने के लिए कार्रवाई की।” उन्होंने चेतावनी दी कि “यदि यह संघर्ष और भड़कता है, तो यह पूरे क्षेत्र के लिए विनाशकारी हो सकता है।”

पीएम मोदी का सख्त संदेश: “आतंकवाद का अंत सुनिश्चित”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस आतंकी हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बिहार से एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, “आज, बिहार की धरती से मैं पूरे विश्व को कहता हूं। भारत हर एक आतंकी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पीछा करेगा और उन्हें दंडित करेगा। हम उन्हें धरती के अंतिम कोने तक ढूंढ़ निकालेंगे। भारत की भावना को आतंकवाद नहीं तोड़ सकता। आतंकवाद को माफ नहीं किया जाएगा।” पीएम मोदी ने यह भी चेतावनी दी कि “इस हमले में शामिल आतंकियों और उनकी साजिश रचने वालों को ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते।”

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