- केंद्रीय मंत्री डॉ. एल मुरुगन- सुशासन सप्ताह में अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि
पलामू : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन ने मंगलवार को पलामू में सुशासन सप्ताह के तहत आयोजित एक कार्यशाला में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुशासन सप्ताह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने का एक अनूठा अवसर है। उन्होंने वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश में सड़कों और बुनियादी ढांचे का अभूतपूर्व विकास हुआ।
डॉ. मुरुगन ने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं सीधा लाभुकों तक पहुंच रही हैं। पलामू को आकांक्षी जिला घोषित किए जाने के बाद विकास कार्यों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि यह पहल गुड गवर्नेंस की दिशा में बड़ा कदम है, जो राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा रही है।
महिला सशक्तिकरण और कृषि विकास पर जोर
डॉ. मुरुगन ने कहा कि आकांक्षी जिलों में कृषि क्षेत्र में सुधार और विस्तार के लिए बेहतरीन अवसर हैं। किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि यह पहल किसानों की उत्पादकता और आय बढ़ाने के लिए बनाई गई है।
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उन्हें “लखपति दीदी” बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। यह पहल न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि ग्रामीण विकास में भी योगदान दे रही है।
प्रशासन के नवाचार और सुशासन की दिशा में प्रयास
पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि सुशासन का मतलब है आम जनता की समस्याओं का समाधान और उनकी कठिनाइयों को दूर करना। उन्होंने जिला प्रशासन के सपनों की उड़ान कार्यक्रम की सराहना की, जिसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
पलामू के उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि गुड गवर्नेंस का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं को पहुंचाना है। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सिंचाई, और लाइवलीहुड जैसे क्षेत्रों में प्रशासन सक्रियता से काम कर रहा है।
कृषि और सिंचाई में नवाचार की संभावनाएं
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, चियांकी के कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार सिंह ने कृषि के क्षेत्र में पलामू की संभावनाओं पर बात की। उन्होंने वर्षा जल संग्रहण और सिंचाई के साधनों की उपलब्धता को क्षेत्र के किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उनका कहना था कि इससे किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने एग्रो-बेस्ड संसाधनों के विकास और उद्यानिकी फसलों की खेती के महत्व को रेखांकित किया। साथ ही, एक्सिलेंस सेंटर बनाने की दिशा में पहल करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे हैं प्रयास
गौरव विशाल ने चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पलामू में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए कई योजनाएं लागू की जा रही हैं।
संपूर्ण विकास की दिशा में प्रयास
कार्यशाला के दौरान एक लघु फिल्म के माध्यम से पलामू में चल रहे विकास कार्यों की झलक दिखाई गई। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने अपने कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हुए पलामू की जरूरतों और संभावनाओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।डॉ. मुरुगन ने कहा कि सुशासन दिवस केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह सरकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने और उनके जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प है। पलामू को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह प्रयास सराहनीय हैं।