Home » भारी हिंसा के बीच शुरू हुई पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग, पिछले 24 घंटे में 6 से अधिक की हत्या, कूचबिहार में पोलिंग बूथ में आग लगायी,…. स्थिति का जायजा लेने निकले राज्यपाल

भारी हिंसा के बीच शुरू हुई पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग, पिछले 24 घंटे में 6 से अधिक की हत्या, कूचबिहार में पोलिंग बूथ में आग लगायी,…. स्थिति का जायजा लेने निकले राज्यपाल

by The Photon News Desk
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कोलकोता: पश्चिम बंगाल 22 जिलों की 64,874 ग्राम पंचायत सीटों पर आज पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। मतदान की प्रक्रिया सुबह सात बजे शुरू हुई जो जो शाम 5 बजे तक चलेगी। लेकिन वोटिंग के एक घंटे के भीतर ही यह चुनाव एक बार फिर से खूनी चुनाव में बदल गया है।

सबसे पहले कूच बिहार के सिताई में बारावीटा प्राइमरी स्कूल में बने पोलिंग बूथ में तोड़फोड़ व बैलट पेपर्स में आग लगाने की खबर आई। वहीं मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज इलाके में TMC और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। दोनों तरफ से खूब पत्थर चले हैं और फाईरिंग भी हुई है। इसमें टीएमसी के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी है। इसके आलवा कूचबीहार में भी टीएमसी के कार्यकर्ता की हत्या की सूचना आ रही है। इससे पहले शुक्रवार सुबह मुर्शिदाबाद में कांग्रेस के कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप TMC कार्यकर्ताओं पर लगाया जा रहा है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के कई और जिलों से चुनावी हिंसा की खबरें आ रही हैं। जिसमें कम से कम 6 लोगों के मारे जाने की सूचना है। वहीं चुनाव का जायजा लेने के लिए नार्थ 24 परगना के कई बूथों का गवर्नर सीवी आनंदा बोस ने दौरा किया। इस दौर लोग उन्हें अपनी समस्या बताते नजर आए।

टीएमसी ने पूछा- कहां हैं केंद्रीय बल?

सत्ताधारी टीएमसी ने ट्वीट कर लिखा, रेजीनगर, तुफानगंज और खारग्राम में हमारी पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है और डोमकोल में दो लोग गोली लगने से घायल हो गए हैं। पश्चिम बंगाल भाजपा, पश्चिम बंगाल सीपीआई (एम) और पश्चिम बंगाल कांग्रेस केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे हैं। तो, जब केंद्रीय बलों की सबसे अधिक जरूरत है है तो वे कहां हैं?
20 से अधिक लोगों की हो चुकी है मौत:

पश्चिम बंगा का पंचायत चुनाव कितना हिंसक होता है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन (9जून) शुरू होने के बाद से अब तक हिंसक घटनाओं में 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और आज जिस प्रकार से हिंसा की खबरें व तस्वीरें आ रही हैं इससे संख्या में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है।

निर्विरोध चुने गए हैं उम्मीदवार की संख्या घटी:

पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां ग्राम पंचायत की कुल 73,887 सीटें हैं, जिनमें से 9,013 सीटें ऐसी हैं जहां उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इसमें से 8,874 उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस से हैं। जबकि 63 भाजपा 40 कांग्रेस और CPM के 36 उम्मीदवार शामिल हैं। हालांकि अगर 2018 के पंचायत चुनावों मे निर्विरोध चुने गए उम्मीदवारों से इस बार की तुलना करें तो यह बहुत कम है। 2018 के पंचायत चुनाव में 58,692 में से 20,078 यानी 34.2% सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे तब लगभग सभी टीएमसी से जुड़े उम्मीदवार ही थे। लेकिन इस बार स्थिति बदली है।

TMC के 61,591 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा

ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव के लिए दाखिल किए गए नामांकन में सत्ताधारी TMC आगे रही। राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, सबसे ज्यादा TMC के 61,591 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है, जो कुल सीट का करीब 97% है।

भाजपा के 38475 उम्मीदवार चुनाव मैदान में:

चुनाव मे उम्मीद्वार उतारने के मामले में भी भाजपा दूसरे नंबर पर है, जिसने 60% सीटों पर 38,475 उम्मीदवार उतारे हैं। CPIM ने 56% सीटों पर (35,411) प्रत्याशी उतारे हैं। हालांकि, ग्राम पंचायत में प्रत्याशियों के मामले में कांग्रेस निर्दलीय उम्मीदवारों से भी पीछे रह गई है। जहां 16,335 निर्दलीय ने नामांकन भरा है, जबकि कांग्रेस की तरफ से सिर्फ 11,774 नामांकन भरा है।

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