नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है। आज से गणेशचतुर्थी के दिन संसद की कार्यवाही नए संसद भवन में आयोजित की जाएगी। वहीं इसके साथ ही 96 साल पुराने लुटियंस बिल्डिंग को टाटा बाय बाय कह दिया जाएगा। निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान की प्रति लेकर नए भवन में प्रवेश करेंगे। इस दौरान, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी नए भवन के सेंट्रल हॉल में अपना संबोधन देंगे। ऐसे में अब संसद की कार्रवाई इस नए संसद भवन में ही होगी। यह विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलेगा और माना जा रहा है कि इस दौरान नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद सरकार चार से पांच महत्वपूर्ण बिल पेश करेगी। इसमें सबसे महत्वपूर्ण महिला आरक्षण बिल भी शामिल हैं।
राष्ट्रगान के साथ शुरू होगा कार्यक्रम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विशेष सत्र के दूसरे दिन भारत को 2047 तक विकसति राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने के लिए सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। करीब डेढ़ घंटे तक चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से की जाएगी।
नए भवन में सबकुछ हाईटेक
संसद के कामकाज के लिए सब कुछ हाईटेक बनाया गया है। अहम कामकाज के लिए अलग-अलग कार्यालय बनाए गए हैं। सांसद, मंत्री, कर्मचारी सबके लिए हाईटेक ऑफिस बनाए गए हैं। नए संसद भवन में कॉमन रूम, महिलाओं के लिए लाउंज और क्रेच तक की व्यवस्था की गई है। यहां के कर्मचारी में नए ड्रेस कोड में नजर आएंगे।
आज पेश हो सकता है आरक्ष बिल:
विशेष सत्र के बीच सोमवार को मोदी कैबिनेट से महिला आरक्षण बिल को मंजूरी मिल गई है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द इसे लोकसभा में पेश कर सकती है। यह पहला मौका नहीं है, जब महिला आरक्षण बिल सदन के पटल पर आएगा। 1996 से 27 साल में कई बार यह अहम मुद्दा संसद में उठ चुका है। लेकिन दोनों सदनों में पास नहीं हो सका। 2010 में तो हंगामे के बीच राज्यसभा में पास भी हो गया था। लेकिन लोकसभा से पारित नहीं हो सका था। इस बिल के मुताबिक मिलाओं को लोकसभा व राज्य की विधनसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा यानी की इन सीटों पर सिर्फ महिलाएं ही चुनाव लड़ सकेंगी।