नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने त्रिनिदाद और टोबैगो दौरे के दौरान वहां के भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए एक भावुक और सांस्कृतिक जुड़ाव से भरपूर संदेश दिया। उन्होंने त्रिनिदाद की पूर्व प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर को बिहार की बेटी बताते हुए उन्हें महाकुंभ और सरयू नदी का पवित्र जल तथा अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति भेंट की।
पहली बार पहुंचे PM
त्रिनिदाद और टोबैगो की धरती पर पहली बार आधिकारिक दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान उनका अभिवादन भव्य तरीके से किया गया। पियारको इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला बिसेसर के नेतृत्व में 38 मंत्रियों और चार सांसदों ने मोदी का गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया।
PM Narendra Modi : पीएम ने कमला बिसेसर को ‘बिहार की बेटी’ कहकर पुकारा
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने त्रिनिदाद की पूर्व प्रधानमंत्री कमला बिसेसर को ‘बिहार की बेटी’ कहकर पुकारा और उनके पारिवारिक संबंधों को उजागर किया। उन्होंने कहा, ‘कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर जिले के भेलूपुर गांव से हैं। वह स्वयं भी वहां की यात्रा कर चुकी हैं। भारत उन्हें अपनी बेटी मानता है’।
पीएम मोदी ने कमला बिसेसर को भेंट किया भावनात्मक और सांस्कृतिक उपहार
पीएम मोदी ने कमला बिसेसर को एक भावनात्मक और सांस्कृतिक उपहार भी भेंट किया—महाकुंभ और सरयू नदी का पवित्र जल, साथ ही अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर की सुंदर प्रतिकृति। मोदी ने आग्रह किया कि इस पवित्र जल को त्रिनिदाद की गंगा धारा में अर्पित किया जाए, ताकि दोनों देशों के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रिश्तों को एक नई गहराई मिले।
उन्होंने कहा, ‘इस साल की शुरुआत में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला, महाकुंभ संपन्न हुआ। मुझे गर्व है कि मैं वहां का पवित्र जल अपने साथ लाया हूं। मैं कमला जी से अनुरोध करता हूं कि वह इसे त्रिनिदाद की गंगा धारा में अर्पित करें’।
PM Narendra Modi : कमला बिसेसर ने अपनी भारतीय जड़ों पर गर्व जताया
कमला बिसेसर ने भी भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में भाग लिया और अपनी भारतीय जड़ों पर गर्व जताया। उन्होंने याद किया कि 2012 में वह अपने पूर्वजों के गांव बक्सर के भेलूपुर गई थीं, जो बिहार के इतारही ब्लॉक में स्थित है।
Prime Minister Narendra Modi : ऐतिहासिक दौरे का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक है। वर्ष 1999 के बाद यह पहला मौका है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने त्रिनिदाद और टोबैगो का आधिकारिक दौरा किया है। यह यात्रा कमला बिसेसर के विशेष निमंत्रण पर हुई है, जिससे दोनों देशों के आपसी संबंधों को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा न केवल राजनीतिक और राजनयिक दृष्टि से अहम रहा, बल्कि इससे भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ भावनात्मक और सांस्कृतिक रिश्तों को भी मजबूती मिली। सरयू और महाकुंभ का जल त्रिनिदाद की गंगा में अर्पित करने की अपील भारतीय संस्कृति के वैश्विक विस्तार का प्रतीक बन गई है।