Home » सांसद महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई की तलवार, जानिये शीतकालीन सत्र में क्या क्या होगा

सांसद महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई की तलवार, जानिये शीतकालीन सत्र में क्या क्या होगा

by Rakesh Pandey
MAHUA MOITRA
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

सेंट्रल डेस्क, दिल्ली: सोमवार यानि आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। एक दिन पूर्व आए चारर राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद इस सत्र की अहमियत बढ़ गई है। बीजेपी संसद में इसे अपनी सरकार की सफलता बतायेगी। सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार भी होने का अनुमान है। इसके साथ शीतकालीन सत्र टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के लिए भी अहम है। इस सत्र में होने वाली बैठकों में महुआ मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश की रिपोर्ट भी पेश होगी। जिसे लोकसभा आचार समिति पेश करेगी।

भाजपा सांसद ने पोस्ट किया शेयर

सत्र के शुरू होने से पहले टीएमएसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत सांसद निशिकांत दुबे ने की थी। सत्र शुरू होने से पहले निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया। पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि पहला सत्र काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि यह सत्र उनके जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण दिन है। इससे पहले उन्होंने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया।

निशिकांत दुबे ने लगाये थे ये आरोप

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमएसी सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया थे। आरोपों में कहा था कि महुआ ने व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर अडाणी ग्रुप और पीएम मोदी के खिलाफ संसद में बोला, उनपर निशाना साधा। पीएम और अडाणी के खिलाफ बोलने पर व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी ने उन्हें कई तोहफे दिये थे।

शीतकालीन सत्र में ये विधेयक होंगे पेश

-शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार जम्मू और कश्मीर को लेकर विधेयक पेश कर सकती है। इसमें जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पेश किया जायेगा। इस विधेयक के माध्यम से जम्मू कश्मीर की महिलाओं को चुनाव के सीटों में एक तिहाई आरक्षण दिया जायेगा।
– इसके साथ केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक 2023 भी पेश किया जायेगा। इससे पुडुचेरी की विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण देने के लिए प्रावधानों को शामिल किया जायेगा।
– यह दोनों विधेयक सरकार के एजेंडा में शामिल है। सरकार के एजेंडे में कुल 7 विधेयक शामिल है।

सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

सरकार ने अपने एजेंडे को संसद में पेश करने और उसपर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। यह बैठक 2 दिसंबर को बुलाई गयी थी। इस बैठक में 23 पार्टियों के 30 नेता शामिल हुए। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि शीतकालीन सत्र में कुल बैठकें होंगी। उन्होंने कहा कि शून्यकाल नियमित रूप से होता है।

संसद में चर्चा के दौरान नियमों के पालन की अपील

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि मुद्दों पर सार्थक बहस हो, इसलिए सभी से अनुरोध किया है। इसके लिए माहौल अच्छा बनाये रखना चाहिए। चर्चा में नियमों और प्रक्रियों का पालन सभी से करने की अपील की गयी है। केंद्र सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है।

READ ALSO : तेलंगाना के सीएम केसीआर को विधानसभा चुनाव में पटखनी देने वाले केवीआर कौन हैं? जानें

टीएमसी ने कहा- सर्वदलीय बैठक समय की बर्बादी

सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने छह मुद्दों को उठाया। इस बैठक में टीएमएसी का प्रतिनिधित्व सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ’ब्रायन (टीएमसी के संसदीय दल के नेता) ने किया था। टीएमसी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक को केंद्र सराकर समय की बर्बादी बना दिया है। पिछले सत्र में सर्वदलीय बैठक में साझा किये गये विधेयक अलावा भी विधेयक जोड़ दिये थे।

Related Articles