जमशेदपुर: स्टेट डेस्क, रांची: सीएम उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर के बर्मामाइंस में बने नए भवन के निर्माण की गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गई है। झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव के रवि कुमार को भेजी गई शिकायत में दावा किया गया है कि 2 महीने पहले हैंड ओवर किए गए भवन की दीवारों में दरार पड़ने लगी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने की बात कही है।
बीपीएम प्लस टू उच्च विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय में किया गया अपग्रेड
जमशेदपुर के बर्मामाइंस स्थित बीपीएम प्लस टू उवि को सीएम उत्कृष्ट विद्यालय में बदला गया है। इसके तहत इस सत्र से स्कूल में सीबीएसई के तहत पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। बेहतर आधारभूत संरचना प्रदान करने के लिए यहां 10 करोड़ की लागत से नया भवन बनाया गया है। इस विद्यालय के नवनिर्मित भवन को अभी 2 महीने पहले ही ठेकेदार ने हैंडओवर किया है। लेकिन इस स्कूल के नए भवन में कई जगह दरार आ गयी है। इस स्कूल के नए भवन का कोई भी कमरा ऐसा नहीं हैं जिसकी दीवारों में दरार न हो। यही नहीं, फर्श पर लगी टाईल्स भी उखड़ने लगी हैं।
दरारों को छिपाने लिए लगाया टेप:
पहले तो ठेकेदार ने भवन के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया। वहीं जब दीवारों में दरारें आने लगीं तो उसे ढकने के लिए उन दरारों पर टेप मार दिया ताकि कोई बाहर से अधिकारी आए तो वह ठेकेदार के घटिया निर्माण कार्य को जान नहीं सके।
शिक्षा सचिव तक पहुंची शिकायत
इसकी शिकायत स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के रवि कुमार से की गयी है। साकची
काशीडीह के रहने वाले अधिवक्ता दिनेश साहू ने इस संबंध में विभाग को पत्र भेजकर मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि ठेकेदार द्वारा निर्माण में खराब मटेरियल का यूज किया गया जिसकी वजह से स्कूलों के भवनों में दरार आयी है। यह दरार कई जगह एक-एक इंच तक है।
10-10 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण:
विदित हो कि पूर्वी सिंहभूम जिले के 3 समेत राज्य में 80 सीएम उत्कृष्ट विद्यालय बनाए गए हैं। इसमें से अधिकतर के लिए नया भवन बनाया गया है। निर्माण में 10-10 करोड़ की लागत से नया भवन बना है।
क्या कहती हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
अगर यह बात सही है तो हम इसकी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। जल्द ही प्रिंसिपल व विभाग के जेई को बुलाकर जानकारी लूंगी। इसके बाद ठेकेदार को तलब किया जाएगा। यह बेहद गंभीर मामला है। क्योंकि इसकी निगरानी खुद सीएम कार्यालय कर रहा है।
– निर्मला कुमारी बरेलिया, डीईओ, पूर्वी सिंहभूम।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को पत्र लिखकर शिकायत की गई है। पत्र के साथ विद्यालय की तस्वीरें भी भेजी गई हैं। अगर विभाग मामले का संज्ञान नहीं लेता तो हम आगे की कार्रवाई के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। अनियमितता की जांच हर हाल में कराई जाएगी।
दिनेश साहू अधिवक्ता जमशेदपुर कोर्ट