भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम ने इस सप्ताह शानदार सफलता हासिल की है। देशभर के 18 प्रमुख स्टार्टअप ने कुल मिलाकर $250 मिलियन की फंडिंग जुटाई है। यह आंकड़ा पिछले सप्ताह की तुलना में 72% अधिक है, जब भारतीय स्टार्टअप्स ने $145 मिलियन से अधिक की पूंजी जुटाई थी।
फंडिंग के मुख्य आकर्षण
- वास्तु हाउसिंग फाइनेंस: वैश्विक निवेश समूह प्रोसस ने वास्तु हाउसिंग फाइनेंस में $100 मिलियन का निवेश किया है।
- फिनटेक मिंटिफी: प्रोसस ने फिनटेक स्टार्टअप मिंटिफी को $80 मिलियन की फंडिंग प्रदान की है।
- एंटरप्रेट: AI-इनेबल्ड कस्टमर फीडबैक प्लेटफॉर्म एंटरप्रेट ने कैनान पार्टनर्स के नेतृत्व में $20.8 मिलियन जुटाए।
- अल्ट्रावॉयलेट: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता अल्ट्रावॉयलेट ने मौजूदा निवेशकों से ₹130 करोड़ (लगभग $16 मिलियन) जुटाए।
- द मनी क्लब: ऑन-डिमांड लिक्विडिटी प्लेटफॉर्म ने सीरीज ए फंडिंग में $2.5 मिलियन का निवेश हासिल किया।
स्टार्टअप्स के विविध क्षेत्र
स्टार्टअप्स ने विभिन्न क्षेत्रों में फंडिंग आकर्षित की है:
- फिनटेक और NBFC: इस क्षेत्र में बड़े निवेश हुए हैं, जिससे वित्तीय सेवाओं की पहुंच बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
- हेल्थटेक और AI: हेल्थटेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्लेटफॉर्म्स में निवेशकों ने विशेष रुचि दिखाई है।
- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और रिन्यूएबल एनर्जी: अल्ट्रावॉयलेट और ग्लो जैसी कंपनियों ने इनोवेटिव समाधानों के लिए फंडिंग हासिल की।
रोजगार सृजन में योगदान
स्टार्टअप्स का यह विकास न केवल निवेशकों का ध्यान खींच रहा है, बल्कि यह रोजगार सृजन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
- आईटी क्षेत्र: 2,04,119 नौकरियां।
- हेल्थकेयर और लाइफ साइंस: 1,47,639 नौकरियां।
- व्यावसायिक सेवाएं: 94,060 नौकरियां।
वर्तमान में, भारत में 1,46,000 से अधिक डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
आर्थिक विकास को बढ़ावा
भारतीय स्टार्टअप्स की यह प्रगति वैश्विक और घरेलू निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है। यह सफलता न केवल अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है, बल्कि इनोवेशन और रोजगार सृजन के जरिए विकास को नई दिशा दे रही है।
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट्स का केंद्र
भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम, विशेष रूप से फिनटेक, हेल्थटेक और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में, तेजी से वैश्विक निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।