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रक्षाबंधन 2023: उत्सव की तैयारियां और रंगीन माहौल

by Rakesh Pandey
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जमशेदपुर : 30 अगस्त को पूरे देश में रक्षाबंधन के उत्सव का आयोजन होने वाला है। शहर में रक्षाबंधन के आगमन के साथ ही उमंग और उत्सव की खास रौनक दिख रही है।
भाई-बहन के बीच अद्भुत रिश्ते का त्यौहार हैं रक्षाबंधन रक्षाबंधन, एक प्रसिद्ध हिंदू त्योहार, पुराने संस्कृति और विरासत की महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो भाई-बहन के बीच अद्भुत रिश्ते को प्रतिष्ठित करती है। यह त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है जिसमें एक बहन अपने भाई के प्रति अपनी प्रेम और संरक्षण की भावना प्रकट करती है।

शहर में चाहे बच्चे हो या युवावर्ग सभी बाजार में अपने पसंद की राखियों की खोज में जुटे हैं और विभिन्न डिजाइन और आकर्षक रंगों की राखियों का चयन कर रहे हैं साथ ही उपहारों की खोज में भी व्यस्त हैं, ताकि अपनी बहनों को खुश कर सकें।

व्यापारियों के लिए भी खास है यह त्योहार

व्यापारियों ने अपनी दुकानों में इस त्योहार से संबंधित उपहारों की विशेष पेशेवरी की है, जो इस उत्सव को और भी खास बनाने में मदद कर रही हैं। रक्षाबंधन के उपहारों की विशेष बात यह है कि वे केवल राखियों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि बच्चों के लिए भी विकल्पों की बहुलता है। मिठाईयां, गिफ्ट्स और खिलौनों के अलावा, विशेष रूप से बच्चों के लिए कार्टून वाले डिज़ाइनर, रंगबिरंगे और आकर्षक राखियां भी उपलब्ध हैं। विभिन्न डिज़ाइन और पैटर्न की राखियां जैसे कि मोर के पंखो वाली राखियां, बच्चों के लिये रबर और शार्पनर वाली राखियां, ब्रेसलेट राखियां, जूलरी राखियां और पर्ल राखियां लोगों के दिलों में खास जगह बना रही हैं।

इस साल के रक्षाबंधन में, बच्चों के लिए खास आकर्षण हैं कार्टून राखियाँ। इसके अलावा लाइट वाली रखियां बच्चों को बहुत ज्यादा लुभा रही है। इस बार बाजारो में कुछ और भी अलग तरह की रखिया आई है… जैसी की रखियो पर “सुपर ब्रो”, “कूल ब्रो”, “बेस्ट ब्रदर” जैसा कई नाम लिखे गये हैं। राखियों में विभिन्न प्रकार की डिजाइन और मूल्यों का विविधता देखने को मिलेगी। साधारण डिज़ाइन वाली राखियां 10 से 50 रुपये के बीच में उपलब्ध हैं, जबकि प्रीमियम और विशेष डिज़ाइन वाली राखियां इससे अधिक कीमत पर भी उपलब्ध हैं।

बाजार में प्रचलित राखियों के डिज़ाइन और मूल्य

गोल्डन डिज़ाइन राखी जिसका मूल्य 20-50 रुपये तक है। यह साधारण और आकर्षक राखी डिज़ाइन आमतौर पर सोने के रंग की होती है। इसकी साधारण मात्रा के साथ इसकी कीमत सबसे किफायती होती है, जिससे लोग इसे बड़ी आसानी से खरीद सकते हैं।
स्टोन राखी जिसका मूल्य 50-100 रुपये तक इसमे स्टोन की कारीगरी की जाती है। यह देखने में बहुत आर्कषक होती हैं।
राखी-सेट जिसका मूल्य 200-350 रुपये तक है। इसमें राखी के साथ-साथ चंदन, रोली, अक्षत के साथ कार्ड या कोई छोटा उपहार भी हो सकता हैं।कार्टून राखियाँ जिसका मूल्य 30-50 रुपये तक है। बच्चों के लिए कार्टून राखियां भी उपलब्ध हैं, जिनमें आपके प्रिय कार्टून करेक्टर्स जैसे कि छोटा भीम, टॉम और जेरी, मिस्टर बीन और डोरेमोन के चित्र दिए गए हैं। ये राखियं बच्चों को खुशी और मनोरंजन प्रदान करती हैं और इनकी कीमत भी सामान्य है।
फोटो-राखी जिसकी कीमत 50-150 तक है इसमें आप अपने भाई की तस्वीर लगवा सकते हैं। जो आजकल बहुत ज्यादा ट्रेंडिंग में है। इससे आपकी राखी सबसे अलग या यादगार दिखती है।

सामाजिक एकता और आपसी प्रेम का प्रतीक हैं रक्षाबंधन

शहर में बच्चों की हंसी, रंगीन राखियाँ और परिवारों के मिलने का आदर्श दृश्य दिखना शुरू हो गया है, जो दर्शकों के दिलों में खुशी और आनंद भर रहे हैं। इस उत्सव से स्थानीय लोग न केवल अपने प्यारे भाई -बहनों के साथ समय बिता रहे हैं, बल्कि यह समुदाय में भाई-बहन के प्यार और समर्पण की महत्वपूर्णता को समझाने का महत्वपूर्ण मौका भी प्रदान कर रहा है। रक्षाबंधन धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।

इसे विभिन्न पारंपरिक पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में भी उल्लेख किया गया है जो रक्षाबंधन के महत्व को बताते हैं। रक्षाबंधन के द्वारा, यह संदेश सामाजिक एकता और समरसता की ओर प्रेरित करता है। यह रिश्तों के महत्व को बढ़ावा देता है और लोगों को एक-दूसरे के साथ मिलकर रहने की महत्वपूर्णता को समझने के लिए प्रोत्साहित करता है।

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रक्षाबंधन की क्या हैं पौराणिक कथा

रक्षाबंधन का प्रारंभ पौराणिक कथाओं से जुड़ा है। एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण और द्रौपदी के बीच यह घटना घटी थी। इस कथा के अनुसार, जब सुदर्शन चक्र से भगवान श्रीकृष्ण ने शिशुपाल का वध किया तो उनकी उंगली कट गई थी, जिससे रक्त बहने लगा था. यह देख द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर श्रीकृष्ण की उंगली पर बांध दी। उसी क्षण श्रीकृष्ण ने द्रौपदी को अपनी बहन मान लिया और आजीवन उसकी रक्षा करने का वचन दिया।

रिपोर्ट:- इसिका साव

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