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थानेदार बनने लिए पैरवी लगाने वाले अफसरों की खैर नहीं, 24 घंटे के अंदर हो जाएंगे सस्पेंड

by Suhaib
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  • क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने दिए निर्देश
  • काम के आधार पर की जाएगी पोस्ंिटग

रांची : रांची में नए साल की शुरूआत के बाद पहली बार क्राइम मीटिंग हुई। इस बैठक में रांची एसएसपी ने सभी थानेदारों को कई निर्देश दिए। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि थाना प्रभारी बनने के लिए किसी भी तरह की जुगाड़ लगाने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि अगर कोई अफसर थानेदार बनने के लिए पैरवी लगाते हैं तो उन्हें 24 घंटे के अंदर सस्पेंड कर दिया जाएगा। इस संबंध ने निर्देश भी जारी कर दिया गया है। इस बैठक में रांची के सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी सहित सभी एएसपी, डीएसपी और थाना प्रभारी मौजूद रहे।

काबिलियत पर मिलेगी थानेदारी


एसएसपी ने कहा कि अगर कोई अफसर यह सोच रहा है कि पैरवी कराकर उसे रांची के किसी थाने को प्रभारी बना दिया जाएगा, तो उनकी गलतफहमी होगी। एसएसपी ने कहा कि जो अधिकारी क्राइम कंट्रोल में बेहतर होंगे, उन्हें ही थाना प्रभारी का पद दिया जाएगा। पैरवी कराने से थानेदारी नहीं मिलेगी।

थानेदारी के लिए पैरवी सही नहीं


एसएसपी ने कहा इंस्पेक्टर हो या सब इंस्पेक्टर, जो कोई भी थानेदार बनने के लिए पैरवी भीड़ाते हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। थाना प्रभारी बनने के लिए पैरवी कराना बिल्कुल सही बात नहीं है। ऐसे अधिकारी की शिकायत आने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। उसपर कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर सस्पेंड कर दिया जाएगा।

थाना पहुंचने वाले पीड़ितों के साथ करें अच्छा व्यवहार


बैठक के दौरान एसएसपी ने कहा कि थाना पहुंचने वाले पीड़ितों के साथ पुलिसकर्मी अच्छा व्यवहार रखें। उनकी फरियाद को सुनकर संबंधित समस्याओं का निष्पादन करें। इमानदारी से उनकी समस्याओं की जांच करें। उन्होंने कहा कि किसी भी गरीब के साथ दुर्व्यवहार न हो। लोगों को न्याय हर हाल में मिलना चाहिए।

थानों का किया जाएगा औचक निरीक्षण


एसएसपी ने कहा कि भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। थाना स्तर में भ्रष्टाचार की जांच के लिए थानों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। अगर कोई अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाएंगे तो उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

अलग-अलग जुगाड़ की तकनीक अपना रहे अफसर


गौरतलब है कि राजधानी रांची में कई इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ थानेदार बनने के लिए पैरवी कराने की शिकायत मिली है। सभी अपने-अपने स्तर से थाना प्रभारी के लिए जुगाड़ लगा रहे हैं। कोई आला अधिकारियों से तो कोई मंत्री से थानेदारी पाने के लिए पैरवी करा रहे हैं। कई इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर जुगाड़ की दूसरी तकनीक भी अजमा रहे हैं। लेकिन अब ऐसे अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। पैरवी कराने वाले अफसरों पर 24 घंटे के अंदर सस्पेंशन का गाज गिरना तय है।

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