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वीमेंस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को जारी करनी थी अधिसूचना : IQAC सेल की बैठक बुलाकर मांगा प्रस्ताव

by Rakesh Pandey
वीमेंस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को जारी करनी थी अधिसूचना IQAC सेल की बैठक बुलाकर मांगा प्रस्ताव पीएचडी इंक्रीमेंट के लिए आवेदन की अधिसूचना शिक्षकों को इंक्रीमेंट के भुगतान पर उच्च शिक्षा विभाग में अपनी सहमति जताई
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जमशेदपुर: शिक्षकों के पीएचडी और एमफिल इंक्रीमेंट का प्रस्ताव भेजने में लेट लतीफी करने वाली जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी हरकत में आ गयी है। मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही सामने आने के बाद आनन-फानन में IQAC सेल की बैठक बुलाई गई। इसमें प्रस्ताव पारित किया गया कि पीएचडी इंक्रीमेंट के लिए शिक्षक अपने दस्तावेज तत्काल प्रभाव से 5 सितंबर तक जमा कर दें। इसके अलावा प्रोन्नति के लिए दस्तावेज के सत्यापन और प्रस्तुति की तिथि आगामी 12 सितंबर निर्धारित की गई है।

वीमेंस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को जारी करनी थी अधिसूचना

हैरान करने वाला पहलू यह है कि विश्वविद्यालय के सिंडिकेट के निर्णय के बावजूद कुलसचिव कार्यालय की तरफ से अब तक इस संबंध में कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है। लापरवाही सामने आने के बाद IQAC सेल के जरिए बचाव का रास्ता निकलने का प्रयास किया जा रहा है। IQAC सेल की बैठक में डॉ रत्ना मित्र, डॉ. कामिनी कुमारी, डॉ पुष्पा कुमारी, डॉ नूपुर अनविता मिंज, डॉ ग्लोरी पूर्ति, डॉ रिजवाना परवीन, डॉ सनातन दीप, डॉ. अमृता कुमारी, डॉ रुपाली पत्र मौजूद रहीं।

कुछ ऐसा है पूरा मामला

दरअसल राज्य के तमाम विश्वविद्यालय में सेवारत पीएचडी और एमफिल डिग्रीधारी शिक्षकों को इंक्रीमेंट के भुगतान पर उच्च शिक्षा विभाग में अपनी सहमति जताई है। तमाम विश्वविद्यालय की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है लेकिन जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में अब तक यह प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो सकती है। इस कारण शिक्षकों को न्यूनतम 11000 से ₹20000 मासिक तक का आर्थिक नुकसान हो रहा है।

अधिसूचना से खुलासा, केवल इंक्रीमेंट ही नहीं, प्रमोशन की फाइल भी रोक कर रखी

पीएचडी इंक्रीमेंट को लेकर विश्वविद्यालय के IQAC सेल की बैठक की ओर से जारी अधिसूचना में शिक्षकों के प्रमोशन से संबंधित दस्तावेज भी मांगे गए हैं। इसे साफ हो गया है कि विश्वविद्यालय की तरफ से इस प्रक्रिया में भी देरी की गई है।

IQAC सेल की डायरेक्टर डॉ रत्ना मित्र ने बताया कि पीएचडी इंक्रीमेंट के साथ-साथ शिक्षकों के प्रमोशन का मामला भी लंबित था। इस कारण IQAC सेल की बैठक बुलाई गई। हालांकि कुलसचिव कार्यालय की ओर से इस.संबंध में अधिसूचना जारी नहीं होने पर उन्होंने किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

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