सेंट्रल डेस्क: दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही रेखा गुप्ता को विपक्षियों से बार-बार बिना किसी अनुभव के मुख्यमंत्री बनने पर तंज का सामना करना पड़ रहा है। इसी तंज का जवाब देते हुए रेखा गुप्ता ने भारत के प्रसिद्ध उर्दू कवि राहत इंदौरी की एक शायरी का उद्धरण दिया, ताकि यह साबित कर सकें कि प्रशासनिक अनुभव की कमी के बावजूद वह किसी से कम नहीं हैं।
दिल्ल की शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनी गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें बॉलीवुड फिल्म ‘नायक’ की नायिका जैसा अहसास हुआ।
शायरी से दे दी अपनी ‘हद’ में रहने की सलाह
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शायरी का जिक्र करते हुए कहा, “शाख से टूटे हुए पत्ते नहीं हैं हम, आंधियों से कहो अपनी औकात में रहे।” उनका यह कहना था कि वह उन कमजोर लोगों में से नहीं हैं जो कठिनाइयों से टूट जाते हैं, बल्कि वह उन लोगों में से हैं जो चुनौतियों का सामना करने के लिए दृढ़ और मजबूत रहते हैं। उनका संदेश था कि जो आंधी बनकर उन्हें रोकने की कोशिश करेंगे, उन्हें अपनी सीमाएं समझनी चाहिए।
औषधि केंद्रों का नेटवर्क बढ़ाएगी सरकार
मुख्यमंत्री गुप्ता ने यह भी बताया कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) के अंतर्गत शहर में औषधि केंद्रों का नेटवर्क बढ़ाएगी, ताकि आम लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां मिल सकें। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि वह न केवल राजधानी दिल्ली की भलाई के लिए काम करेंगी, बल्कि उन्हें उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में दिल्ली की प्रगति और विकास के नए रास्ते खुलेंगे। उनका विश्वास है कि उनकी योजनाएं और पहलों से दिल्लीवासियों को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन सुविधाएं मिलेंगी।
सीएम रेखा गुप्ता ने दृढ़ता का दिया परिचय
दिल्ली की मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के साथ ही रेखा गुप्ता की सरकार ने प्रमुख चुनावी वादे यमुना की सफाई का काम शुरू करा दिया। अब आम जनता की भलाई की दिशा में कई निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री गुप्ता का यह कदम प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है और उनके द्वारा दिए गए बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी दृढ़ रहकर अपने कार्यों को अंजाम देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।