सेंट्रल डेस्क : सीरिया में अलकायदा समर्थित जोलानी सरकार के खिलाफ विद्रोह भड़क उठा है। अत्याचारों से तंग आए लोगों ने अब हथियार उठा लिए हैं और सीरियन रेसिस्टेंस फोर्सेज (SRF) के बैनर तले इस्लामिक आतंकियों के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं। इस बगावत की अगुवाई सीरिया की सेना के पूर्व जनरल गायथ कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी ताकत संगठित कर कई रणनीतिक इलाकों पर कब्जा जमा लिया है। जोलानी सरकार के कई आतंकी ढेर हो गए हैं।
सीरियन रेसिस्टेंस फोर्सेज का बढ़ता प्रभाव
रेसिस्टेंस फोर्सेज ने लेबनान सीमा पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है, जिससे जोलानी सरकार की आपूर्ति लाइनों को बड़ा झटका लगा है। टारटूस पोर्ट और लटाकिया में स्थित इस्तामो एयरबेस पर भी SRF का कब्जा हो चुका है। इसके अलावा, अलवाइट समुदाय ने अपनी सुरक्षा के लिए ‘कोस्ट शील्ड’ नामक एक नई मिलिशिया गठित की है, जो सीरियन रेसिस्टेंस फोर्सेज के साथ मिलकर लड़ रही है।
जोलानी सरकार के खिलाफ व्यापक विद्रोह
सूत्रों के अनुसार, अलकायदा के करीब 55,000 आतंकियों ने अलवाइट बहुल इलाकों पर हमला किया था, जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया। इस जवाबी हमले में कई आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया। लटाकिया में जोलानी की सेना ने कई जंगी हेलीकॉप्टर भेजे थे, जिन्हें SRF ने मार गिराया।
दूसरी ओर, स्वेदा में रहने वाले ड्रज समुदाय ने भी जोलानी सरकार का झंडा गवर्नरेट से हटा दिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पूरे देश में इस तानाशाही सरकार के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है।
तुर्किए की भूमिका और हालात की गंभीरता
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही सीरिया की बशर असद सरकार को अलकायदा और आईएसआईएस के आतंकियों ने सत्ता से बेदखल कर दिया था। इस पूरी प्रक्रिया में तुर्किए की अहम भूमिका रही, जिसने इन आतंकी संगठनों को खुलकर समर्थन दिया। अब भी तुर्किए, जोलानी सरकार को मजबूत करने के लिए हरसंभव मदद कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्किए ने अपनी सेना को सीरिया में तैनात कर दिया है ताकि कुर्दों को इस विद्रोह में शामिल होने से रोका जा सके।
अगले कदम और संभावनाएं
सीरियन रेसिस्टेंस फोर्सेज का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है और वे जोलानी सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज कर सकते हैं। बगावत के इस दौर में अगर कुर्द, ड्रज और अलवाइट समुदायों का गठबंधन बनता है, तो जोलानी सरकार को सीरिया से पूरी तरह उखाड़ फेंकना संभव हो सकता है। फिलहाल, सीरिया में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं और आने वाले दिनों में संघर्ष और तेज होने की संभावना है।