देवघर : झारखंड सरकार ने श्रावणी मेला में देवघर आने वाले भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किया है। पहली दफा मेला का नियंत्रण हाइटेक किया गया है। एआई आधारित मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इसका पूरा पूरा ख्याल रखा गया है। सरकार की मंशा अधिक से अधिक सुविधा की है। उन सुविधाओं में कोई कमी दिखने पर तत्काल उसकी शिकायत करने का अवसर दिया गया है। क्यूआर कोड स्कैन कर शिकायत करते ही 15 मिनट में उसका समाधान हो जाएगा। बस आपको प्रत्येक पंडाल, शिविर में जाकर उस क्यू आर कोड को मोबाइल पर स्कैन कर अपनी शिकायत दर्ज करा देनी है।
मेला क्षेत्र में हर शिविर और पंडाल पर लगाए गए क्यूआर कोड
देवघर जिला प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र में इसकी व्यवस्था की है। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने भक्तों से अपील की है कि वह किसी प्रकार की असुविधा होने पर शिकायत दर्ज कराएं। प्रशासन की पूरी टीम उसके समाधान में जुटा है। तो देर किस बात की है। श्रावणी मेला के दौरान मेला क्षेत्र में असुविधा या कमी दिखने पर क्यूआर कोड को स्कैन कर तस्वीर के साथ समस्या को साझा कर सकते हैं। जिसके पश्चात त्वरित समस्या का समाधान किया जाएगा। साथ ही समस्या के मानीटरिंग के लिए कंट्रोल रूम में एक विशेष सेल बनाया गया है।
मानीटर पर समस्या दिखते ही उस पर तत्काल कार्य करते हुए समस्या का समाधान किया जा सकेगा। क्यूआर कोड पर शिकायत करने के लिए शौचालय, पानी, होल्डिंग प्वाइंट, प्रशासनिक शिविर और स्वास्थ्य शिविर में सुविधा नहीं मिल रही है। साफ-सफाई नहीं है या आप सुविधा से असंतुष्ट हैं अथवा कोई सुधार चाहते हैं। कांवरिया रूटलाइन या होल्डिंग प्वाइंट पर परेशानी है तो तत्काल उस जगह पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर तस्वीर के साथ समस्या को साझा कर सकते हैं।
Deoghar Shravani Fair : गूगल पर दर्ज होगी शिकायत
क्यूआर कोड स्कैन करते ही गूगल पेपर खुलेगा। उसमें शिकायत करने का आप्शन आएगा। शिकायत भरने के बाद जरूरत हो तो तस्वीर भी साझा कर दें। आपकी ओर से किया गया शिकायत और अपलोड किया गया फोटो कंट्रोल रूम के सिस्टम पर डाउनलोड होते ही उस पर संबंधित विभाग को टैग कर उसके समाधान का निर्देश दे दिया जाएगा। इसके पश्चात मेला में प्रतिनियुक्त टीम वहां पहुंच जाएगी। सिस्टम को इस
तरह विकसित किया गया है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान हो जाना है, ताकि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।