पॉलिटिकल डेस्क, पटना : पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) 20 फरवरी से जन विश्वास यात्रा निकल रहे हैं। इस यात्रा से पहले सोमवार को उन्होंने फेसबुक लाइव किया, जिसका नाम फेसबुक चौपाल दिया गया। तेजस्वी यादव ने कहा कि 17 महीने की सरकार में हम अपनी क्षमता का 10 प्रतिशत ही काम किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कामकाज का कोई विजन नहीं है। वे पुराने ख्याल के हैं। उनसे बिहार चलने वाला नहीं है। इसलिए उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए। अपनी यात्रा की से पहले सोमवार देर शाम सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर लाइव आकर एक संदेश में यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘‘पुराने जमाने का नेता हैं, जो अपनी कुर्सी खुद ही छोड़ देंगे, तो बेहतर होगा।” यादव ने यह भी दावा किया कि नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने के कारण पार्टी के सत्ता से बाहर होने से वह निराश नहीं हैं।
बिहार को स्थिरता और दूरदर्शी नेतृत्व की जरूरत: Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया, बिहार को स्थिरता और दूरदर्शी नेतृत्व की जरूरत है। नीतीश कुमार के ढुलमुल रवैये और लीक से हटकर सोचने की असमर्थता यह दर्शाती है कि उनमें इन दोनों का अभाव है। उन्होंने दावा किया,फिर भी 17 महीनों के अपने कार्यकाल के दौरान हमने उनसे राजद के 10 लाख सरकारी नौकरियां सृजित करने के संकल्प पर साहसिक निर्णय लेने को कहा। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इसका अनुसरण करते हुए रोजगार मेलों का आयोजन पड़ा।
जदयू के पतन को लेकर असहज हैं नीतीश कुमार
नीतीश कुमार पर तंज करते हुए राजद नेता ने कहा, नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के पतन को लेकर असहज हैं और ऐसी अफवाह है कि वह विधानसभा को जल्दी भंग करना चाहते हैं। नीतीश का मानना है कि अगर राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ चुनाव होते हैं, तो इससे उन्हें उनकी पार्टी को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 2025 के अंत में समाप्त हो रहा है।
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में जदयू के केवल 45 सदस्य हैं। यादव ने कहा, हमें इस बात की चिंता नहीं है कि नीतीश कुमार क्या करने जा रहे हैं। लेकिन, इस जन विश्वास यात्रा के माध्यम से हम बिहार के लोगों तक पहुंचना चाहते हैं और उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि चाहे कुछ भी हो, हम उनके साथ हैं। यादव की इस जन विश्वास यात्रा का समापन 1 मार्च को होगा।
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