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कर्ज का कहर : दुनिया का सबसे खराब शब्द है कर्ज… लिखकर कोचिंग संचालक ने की खुदकुशी, रेलकर्मी ने भी फंदे पर लटक कर दी जान

एसएसपी ने कहा कि किसी व्यक्ति को रुपये देकर उसपर दबाव नहीं बनाया जा सकता। अगर वह रुपये नहीं लौटा रहा है तो कानूनी रूप से उसकी शिकायत कर सकते हैं। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

by Anurag Ranjan
Adityapur -Suicide
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गोरखपुर : कर्ज दुनिया का सबसे खराब शब्द है। मैं कर्ज से बहुत परेशान हो चुका हूं, मैं जवाब देते-देते थक गया हूं, मैं अपनी पत्नी और बच्चे का भी गुनहगार हूं, उनकी जिम्मेदारियों को निभा नहीं सका, आप लोग मुझे माफ कर देना, अब कोई रास्ता नहीं बचा था, अपनी मौत का सिर्फ मैं जिम्मेदार हूं, किसी और को परेशान ना किया जाए…। यह लिखकर गोरखपुर के कोचिंग संचालक विशाल सिन्हा (52) ने पादरी बाजार के खजांची चौराहा स्थित कोचिंग सेंटर में फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली। कोचिंग संचालक के परिवार ने सूदखोरों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।

वहीं, एक अन्य घटना में रेलवे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बहादुर यादव (45) ने धर्मशाला के पास स्थित सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्यालय में फंदे पर लटककर जान दे दी। उनकी पत्नी ने भी खुदकुशी की वजह सूदखोर से परेशान होना बताया है। रेलकर्मी की पत्नी ने भी सूद के लिए परेशान करने वाले एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाते हुए शाहपुर थाने में तहरीर दी है।

कोचिंग संचालक ने सुसाइड नोट में लिखा- कर्ज से हो चुका हूं परेशान

ये शब्द कोचिंग सेंटर मैनेजर विशाल सिन्हा के पास से मिले सुसाइड नोट के हैं। जानकारी के मुताबिक वे रामगढ़ताल इलाके के वाटर पार्क स्थित इंदिरानगर निवासी विशाल सिन्हा (52) शाहपुर के खजांची चौराहा स्थित कोचिंग सेंटर में मैनेजर थे। वह सोमवार सुबह छह बजे कोचिंग सेंटर पहुंचे और स्टोर रूम में रस्सी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली।

आठ बजे सिक्यूरिटी गार्ड एवं अन्य कर्मचारी पहुंचे तो दरवाजा बंद था। इसकी जानकारी मकान मालिक को दी गई। मकान मालिक और कर्मचारियों के काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला तो मैनेजर का शव पंखे की कुंडी में रस्सी के सहारे लटक रहा था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। विशाल सिन्हा का एक बेटा और बेटी है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।

सूदखोरों से तंग आकर रेलकर्मी ने दी जान

शाहपुर इलाके के धर्मशाला स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बहादुर यादव (45) ने सूदखोरी से तंग आकर खुदकुशी कर ली। उनकी पत्नी ने एक शख्स पर सूद के रुपयों के लिए पति की हत्या करने का आरोप लगाकर शाहपुर पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है। शाहपुर पुलिस रेलकर्मी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच कर रही है।

गुलरिहा इलाके के सेमरा नंबर एक निवासी बहादुर यादव धर्मशाला स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उनकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि रविवार को 12 बजे दिन में एक शख्स उनके घर आया। पति को सूद के रुपये के लिए गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर चला गया।

इसके बाद से पति काफी परेशान और बेचैन हो गए। दोपहर करीब 1:30 बजे वह ड्यूटी जाने की बात कह घर से निकले। कुछ देर बाद फोन किया तो उनका मोबाइल घर में ही था। शाम पांच बजे उनके कार्यालय से कॉल आई। कार्यालय पहुंची तो वहां एक कमरे में फंदे पर उनका शव लटक रहा था।

एसएसपी की अपील

किसी व्यक्ति को रुपये देकर उसपर दबाव नहीं बनाया जा सकता। अगर वह रुपये नहीं लौटा रहा है तो कानूनी रूप से उसकी शिकायत कर सकते हैं। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। कोई भी अगर रुपये को लेकर दबाव बना रहा है तो पीड़ित उसकी तत्काल शिकायत करें। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ. गौरव ग्रोवर, एसएसपी

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