– चाईबासा-सरायकेला सड़क पर वाहन की चपेट में आकर जख्मी, एमजीएम में चल रहा इलाज
-दुराचार व हत्या जैसे जघन्य कांड में सरायकेला जिले की पुलिस ने किया था निरुद्ध
चाईबासा : Three Prisoners Escaped by High wall Child Care Home : पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित बाल सम्प्रेषण गृह की दीवार फांदकर तीन बंदी रविवार की रात भाग निकले। भागने के क्रम में तीनों बंदी अज्ञात वाहन की चपेट में आकर बुरी तरह जख्मी हो गये। तीनों को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के हड्डी रोग वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि तीनों रेप और हत्या जैसे जघन्य कांड के आरोपित हैं और मूलरूप से सरायकेला थाना क्षेत्र के निवासी हैं। बाल सम्प्रेषण गृह से भागने के बाद तीनों सरायकेला जा रहे थे। इसी क्रम में किसी वाहन की चपेट में आ गये।
एमजीएम अस्पताल में पहुंचने पर जब पता चला कि तीनों बाल बंदी हैं और सम्प्रेषण गृह से भागे हैं तो तत्काल इसकी सूचना चाईबासा पुलिस को दी गयी। मुफस्सिल थाना प्रभारी रंजीत उरांव ने एमजीएम अस्पताल जाकर तीनों की स्थिति का जायजा लिया है। तीनों की हड्डी टूट गयी है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार हत्या और दुष्कर्म जैसे मामले में सरायकेला पुलिस ने उन्हें निरुद्ध किया था।
चाइबासा के बाल सम्प्रेषण गृह में इन लोगों ने सप्ताह भर पहले भागने की योजना बनायी। रविवार को मध्य रात्रि के बाद करीब एक बजे तीनों चुपचाप 12 से 15 फीट उंची दीवार फांदकर फरार हो गये। हालांकि तीनों के मिल जाने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
चाईबासा के बाल सुधार गृह में 60 से अधिक बंदी हैं। इनमें से 10-12 बंदी 18 आयु वर्ष के करीब हैं। ये बंदी गृह में आये दिन बदमाशी करते हैं। पूर्व में इन्हें सिमडेगा स्थित स्पेशल प्रोटेक्टशन में रखने की सिफारिश की जा चुकी है मगर वहां से किसी तरह की पहल अभी तक नहीं की गयी है। अन्य बंदियों के लिए ये लोग आये दिन दिक्कत पैदा करते हैं।
तीन बंदियों के बाल सम्प्रेषण गृह से भागने की सूचना मिली थी। तीनों भागने के क्रम में सरायकेला मार्ग पर जख्मी होकर जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती हुए हैं। ये लोग किन परिस्थिति में भागे, इसकी जांच की जा रही है।
-आशुतोष शेखर, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम।