नई दिल्ली: UGC Neet Exam : केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यूजीसी-नेट परीक्षा को इसके आयोजन के एक दिन बाद ही रद्द कर दिया। मंत्रालय ने कहा है कि परीक्षा के आयोजन की प्रक्रिया में लापरवाही की गई है। इसके साथ ही इसकी गोपनीयता से समझौता किया गया है। इससे संभावित रूप से परीक्षा में शामिल होने वाले 9,00,000 छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा कि इस पूरे केस की गहन जांच के लिए इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपा जा रहा है। यह सब कुछ ऐसे समय में हुआ है, जब एनटीए ने कम्प्यूटरीकृत परीक्षा प्रारूप से हटकर एक ही दिन में एग्जाम कराने का निर्णय लिया। पांच साल बाद यह पहला मौका था, जब नेट की परीक्षा फिजिकली आयोजित की गई थी।
UGC Neet Exam :कितने केंद्रों पर हुई थी परीक्षा?
कुल 83 विषयों के लिए यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन 18 जून को दो पालियों में किया गया था। परीक्षा में दो पेपर हुए थे। पहली शिफ्ट में एग्जाम सुबह 9.30 से दोपहर 12.30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट में परीक्षा दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक हुई थी। वहीं, परीक्षा का आयोजन देश भर के 317 शहरों में निर्धारित किए गए 1205 केंद्रों पर हुई थी।
UGC Neet Exam :दोबारा कब होगी परीक्षा
अब इस परीक्षा का आयोजन दोबारा से कब किया जाएगा, इस संबंध में अभी तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की ओर से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही दोबारा परीक्षा आयोजित करने की जानकारी यूजीसी या एनटीए की ओर से दी जा सकती है।
वहीं, यूजीसी नेट 2024 जून सेशन की परीक्षा के लिए कुल 11,21,225 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें 6,35,587 महिलाएं, 485579 पुरुष और 59 थर्ड जेंडर कैंडिडेट शामिल थे। कुल 9,08,580 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे।
बता दें कि 18 जून को यूजीसी नेट 2024 की परीक्षा देश भर के विभिन्न शहरों में आयोजित की गई थी। दो शिफ्ट में एनटीए ने परीक्षा का आयोजन किया था। लेकिन यूजीसी को केंद्रीय गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेटर सेंटर की नेशनल क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट ने जानकारी दी कि मंगलवार को आयोजित इस परीक्षा में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं। एजेंसी से इसकी भनक लगते ही शिक्षा मंत्रालय ने एक्शन ले लिया। उसने बिना देर किए इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए।
वहीं, नीट पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार पहले से अलर्ट मोड पर है। ऐसे में सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर रही है। यही कारण है कि यूजीसी नेट मामले में गड़बड़ी की खबर पर तुरंत सीबीआई जांच का आदेश दे दिया गया।