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London Heathrow Airport : लंदन का हीथ्रो एयरपोर्ट 18 घंटे बाद हुआ चालू, बंद होने के पीछे यह थी बड़ी वजह

by Birendra Ojha
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नई दिल्ली : लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर अचानक फ्लाइट्स का परिचालन बंद हो गया। विमानों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। 18 घंटे बाद शुक्रवार देर रात, हीथ्रो एयरपोर्ट पर पहला विमान उतर सका। यह यूरोप का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। एयरपोर्ट पर बिजली गुल होने की वजह से लगभग 1,350 उड़ानें प्रभावित हुईं। हजारों यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

हजारों फ्लाइट्स हुईं प्रभावित

लंदन स्थित हीथ्रो एयरपोर्ट पर बिजली सब-स्टेशन में आग लग जाने के कारण, विमानों का आवागमन ठप हो गया। अचानक एयरपोर्ट पर बिजली गुल हो गई। 18 घंटे तक हवाई अड्डे पर कोई भी विमान उतर नहीं सका। शुक्रवार देर रात 18 घंटे बाद हीथ्रो एयरपोर्ट पर हवाई सेवा बहाल हो सकी। यूरोप के सबसे व्यस्त हवाई यात्रा केंद्र पर बिजली गुल होने के कारण, लगभग 1,350 उड़ानों को रद्द करना पड़ा।

एयरपोर्ट पर यात्रियों को आने से मना कर दिया

एयरपोर्ट पर अचानक बिजली गुल हो जाने के कारण हजारों यात्रियों की हवाई यात्रा प्रभावित हुई। अभी इसका प्रभाव कई दिनों तक बने रहने की आशंका व्यक्त की गई है। एयरलाइंस द्वारा विमान और क्रू मेंबर्स को फिर से तैनात करने का काम शुरू कर दिया गया है। हीथ्रो एयरपोर्ट पर बिजली आपूर्ति ठप होने की घटना के बाद, प्रबंधन ने यात्रियों को हवाई अड्डे पर आने से मना कर दिया था। इसके साथ ही उन्हें फ्लाइट शेड्यूल से संबंधित जानकारी के लिए एयरलाइन कंपनी के संपर्क में रहने को कहा गया था।

एयरलाइन कंपनियों को लाखों-करोड़ों का नुकसान

हीथ्रो एयरपोर्ट से 1,351 फ्लाइट्स का परिचालन होना प्रस्तावित था। इससे 2,91,000 यात्रियों को यात्रा करनी थी। अन्य देशों से आने वाली फ्लाइट्स को भी ब्रिटेन के दूसरे शहरों अथवा आसपास के देशों के हवाई अड्डों पर अपने विमान उतारने पड़े। वहीं, लंबी दूरी वाली फ्लाइट्स को बीच रास्ते से ही वापस भेज दिया गया। इस घटना से एयरलाइन कंपनियों को लाखों-करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

पहले भी हो चुकी है इस तरह की घटना

इससे पूर्व भी ऐसी घटना हो चुकी है। जब विगत वर्ष 2010 में आइसलैंड में सिलसिलेवार ढंग से कई ज्वालामुखी विस्फोट होने की घटना से आसमान में घना कोहरा छा गया था। इस वजह से लगभग एक लाख उड़ानें रद्द की गई थीं।

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