लखनऊ : उत्तर प्रदेश में वर्ष 2026 में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (UP Panchayat Election) की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार पंचायतों के पुनर्गठन के चलते कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। राज्य में कुल 512 ग्राम पंचायतों को समाप्त कर दिया गया है, जबकि 11 नई पंचायतों का गठन हुआ है। इससे आगामी चुनाव में ग्राम प्रधानों की कुल संख्या घटकर 57694 रह जाएगी, जो 2021 में 58195 थी।
देवरिया में सबसे ज्यादा ग्राम पंचायतें समाप्त
राज्य में देवरिया जिला सबसे आगे रहा जहां शहरी क्षेत्र के विस्तार के चलते 64 ग्राम पंचायतों को खत्म किया गया है। इसके अलावा:
- आजमगढ़ में 49 ग्राम पंचायतें
- प्रतापगढ़ में 46 ग्राम पंचायतें
- अलीगढ़ में 16
- अम्बेडकरनगर में 3
- अमरोहा में 21
- अयोध्या में 22 ग्राम पंचायतें समाप्त की गई हैं।
UP Panchayat Election : राजस्व ग्रामों का भी पुनर्गठन
बहराइच में जहां 4 पंचायतें समाप्त हुईं, वहीं 2 नए राजस्व ग्राम बनाए गए हैं। इसके अलावा बलरामपुर में 7, बाराबंकी में 7, बरेली में 5, बुलंदशहर में 5, चित्रकूट में 3, एटा में 6, इटावा में 2, फर्रुखाबाद में 14, फतेहपुर में 19, गौतमबुद्धनगर में 6, गाजियाबाद में 19, गोंडा में 22, गोरखपुर में 22 और हरदोई में 14 पंचायतें समाप्त की गई हैं।
हाथरस, खीरी और शाहजहांपुर में 1-1 पंचायत, जौनपुर में 6 और मऊ में 26 पंचायतें समाप्त हुई हैं। इसके अलावा कुशीनगर में 23, लखनऊ में 3, मथुरा में 9, मुजफ्फरनगर में 11, रायबरेली में 8, संतकबीरनगर में 24, सीतापुर में 11, सोनभद्र में 8 और उन्नाव में 4 पंचायतें समाप्त की गई हैं।
9 नई पंचायतें और 2 नए राजस्व ग्राम बने
बस्ती में कोर्ट के आदेश पर 2 नई ग्राम पंचायतों का सृजन किया गया है। 2021 में इन्हें शहरी सीमा में शामिल किया गया था। (UP Panchayat Election) इसके अलावा आजमगढ़, बाराबंकी, फतेहपुर, गोरखपुर, हरदोई, प्रतापगढ़ और उन्नाव में एक-एक नई पंचायत बनाई गई है।