लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार अब पर्यटन (UP Tourism) को सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं रखना चाहती, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों को भी पर्यटन मानचित्र पर लाने की तैयारी में है। इसी क्रम में मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही जिलों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना बनाई गई है। प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन तीनों जिलों में पहले चरण में 8 गांवों का चयन किया जाएगा, जिन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।
पर्यटन विभाग का उद्देश्य न केवल इन गांवों की सुंदरता और संस्कृति को सामने लाना है, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाना है। चयनित गांवों को कृषि पर्यटन (Agri-Tourism) के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां पर्यटक खेती-बाड़ी, पशुपालन और ग्रामीण जीवनशैली का अनुभव ले सकेंगे।
UP Tourism : हर गांव में होंगे चार होम स्टे, स्थानीय समन्वयक की होगी नियुक्ति
योजना के तहत प्रत्येक गांव में एक स्थानीय समन्वयक नियुक्त किया जाएगा, जिसे जिला और राज्य स्तर की विशेषज्ञ टीमों का सहयोग मिलेगा। इन टीमों में पर्यटन और ग्रामीण विकास के विशेषज्ञ शामिल होंगे। हर चयनित गांव में कम से कम चार होम स्टे बनाए जाएंगे, जहां पर्यटकों को स्थानीय भोजन और परंपरागत जीवनशैली का अनुभव मिलेगा।
हस्तशिल्प और ओडीओपी उत्पादों को मिलेगा मंच
योजना के तहत चयनित गांवों में स्थानीय कला और शिल्प को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें जरी-जरदोजी की कढ़ाई, मूंज घास से बनी वस्तुएं, लकड़ी के खिलौने और ODOP (One District One Product) से जुड़े उत्पादों की बिक्री के लिए विशेष दुकानें स्थापित की जाएंगी। यह पहल ग्रामीण कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और उनकी कला को एक बड़ा बाजार उपलब्ध कराएगी।
UP Tourism : डिजिटल प्रचार के लिए बनेगा सोशल मीडिया अकाउंट
प्रत्येक चयनित गांव के लिए एक अलग इंटरनेट मीडिया अकाउंट भी बनाया जाएगा। इस अकाउंट के माध्यम से गांव की सुंदरता, संस्कृति और गतिविधियों की फोटो, रील और वीडियो के जरिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इससे न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित किया जा सकेगा।