नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार को यहां पहुंचे। बाइडन से पहले ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक दिल्ली पहुंचे। बाइडन की शुक्रवार को ही मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक प्रस्तावित है। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं द्वारा जून में प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिये गये निर्णयों पर हुई प्रगति की समीक्षा करने की उम्मीद है।
व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडन जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की अपनी यात्रा के दौरान रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करेंगे। बाइडन की पत्नी जिल बाइडन (72) सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित पायी गयी थीं। इसके बाद राष्ट्रपति बाइडन (80) की सोमवार तथा मंगलवार को कोरोना वायरस जांच की गयी, हालांकि वह संक्रमित नहीं पाए गए।
शनिवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में ग्लोबल साउथ की चिंताओं, यूक्रेन संघर्ष के परिणामों, निराशाजनक आर्थिक परिदृश्य और एक खंडित भूराजनीतिक परिदृश्य में समावेशी विकास को बढ़ावा देने जैसी कुछ जटिल वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए मंथन होगा।
जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली पहुंचे समूह के अधिकांश नेता
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टलिना जॉर्जीवा उन प्रमुख लोगों में शामिल हैं, जो जी20 शिखर सम्मेलन के लिए शुक्रवार को दिल्ली पहुंच चुके हैं।
सम्मेल से पहले बोले PM मोदी
जी20 शिखर सम्मेलन शुरू होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास जताया कि यह सम्मेलन मानव केंद्रित और समावेशी विकास में एक नया मार्ग प्रशस्त करेगा। नेताओं का स्वागत विभिन्न मंडलियों द्वारा पारंपरिक नृत्य प्रस्तुतियों के साथ किया गया और मुस्कुराते हुए जॉर्जीवा ने हवाई अड्डे पर संगीत की धुन पर नृत्य किया। जॉर्जीवा ने यहां पहुंचने पर सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने उसके जवाब में कहा कि जॉर्जीवा ने यहां पहुंचने के बाद भारत की संस्कृति के प्रति जो लगाव दिखाया, उसकी वह सराहना करते हैं। मेलोनी और हसीना का हवाई अड्डे पर क्रमशः केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे और दर्शना जरदोश ने स्वागत किया। सुनक का स्वागत केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने किया जबकि फर्नांडीज का स्वागत केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने किया। कोमोरोस के राष्ट्रपति अजाली असौमानी भी यहां पहुंचे और उनका जोरदार स्वागत किया गया। वह अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष भी हैं।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी शिखर सम्मेलन के लिए यहां पहुंचे। ओमान के उप प्रधानमंत्री सैय्यद फहद बिन महमूद अल सईद का यहां पहुंचने पर अश्विनी चौबे ने स्वागत किया। सईद ने सांस्कृतिक समूहों की नृत्य प्रस्तुति भी देखी। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर की गई एक पोस्ट में कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे मेहमान भारतीय मेहमाननवाजी का आनंद लेंगे। मोदी ने कहा कि मित्रता और सहयोग के बंधन को और गहरा करने के लिए वह कई नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।
दो दिवसीय से होगा सम्मेलन
जी20 नेता यहां नौ और 10 सितंबर को समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। भारत वर्तमान जी20 अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। प्रभावशाली समूह के नेताओं का हवाई अड्डे पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ स्वागत किया जा रहा है। अपनी जी20 अध्यक्षता के तहत भारत समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन और न्यायसंगत वैश्विक स्वास्थ्य पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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