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देश की पहली वंदे भारत स्लीपर कोच का रेल मंत्री ने किया अनावरण, जानिए कैसी है डिजाइन

by Rakesh Pandey
Vande Bharat Sleeper Train
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नेशनल डेस्क, नई दिल्ली: Vande Bharat Sleeper Train: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) संयंत्र में देश की पहली वंदे भारत स्लीपर क्लास कोच का अनावरण किया। बीईएमएल रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है और रक्षा, अंतरिक्ष, खनन, निर्माण, रेल और मेट्रो जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए प्रोडक्ट बनाता है।

इसे वंदे भारत स्लीपर के 10 ट्रेनसेट (160 डब्बे) बनाने का काम मिला है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के तीन संस्करण हैं – चेयर कार (कुर्सी यान), स्लीपर (शयनयान) और मेट्रो। जहां कुर्सीयान खंड पहले ही पेश हो चुका है और काफी लोकप्रिय है, वहीं वंदे भारत स्लीपर कोच की पहली संरचना तैयार है।

भारतीय रेलवे के लिए ऐतिहासिक क्षण (Vande Bharat Sleeper Train)

भारतीय रेलवे के इतिहास में 9 मार्च, 2024 की तारीख सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट के कारबॉडी स्ट्रक्चर का उद्घाटन किया। इस ट्रेनसेट का निर्माण भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) ने बेंगलुरु में स्थित अपनी रेल यूनिट में किया है।

अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘यह भारतीय रेलवे के लिए ऐतिहासिक क्षण है, जब बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की कारबॉडी स्ट्रक्चर को लॉन्च किया गया है। यह ट्रेन यात्रियों को सुलभ आवाजाही मुहैया कराएगी और भविष्य में कई सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।’

अक्टूबर में दी थी जानकारी

रेल मंत्री ने अक्टूबर 2023 में ही बताया था कि वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर प्रोटोटाइप का उत्पादन बेंगलुरु में बीईएमएल कर रहा है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन स्व-चालित ट्रेन सेट होगी, जिसमें राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से बेहतर सुविधाएं होंगी, जो भारतीय रेलवे में रात में सफर करने वालों के लिए एक अलग सेगमेंट होगा।

पहली ट्रेनसेट का परीक्षण

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब इसकी साज-सज्जा का काम होगा। संरचना बनाना सबसे मुश्किल काम है। आज हम इस पर चर्चा करेंगे कि इसे बेहतर कैसे बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हम पांच से छह महीने तक पहली ट्रेनसेट का परीक्षण करेंगे और उसके बाद ही इसे परिचालन में शामिल किया जाएगा। चूंकि, स्लीपर कोच उसी तकनीक पर आधारित है, जिस पर चेयरकार काम कर रही है, इसलिए इससे झटका-मुक्त यात्रा का अनुभव मिलेगा।

कड़े सुरक्षा मानकों का अनुपालन

निरीक्षण के वैष्णव ने कहा, ‘ये वैश्विक मानकों के साथ निकट भविष्य में यात्रियों को आसान गतिशीलता प्रदान करेगा और विभिन्न सुविधाएं प्रदान करेगा।’ मंत्री ने बताया कि कारबॉडी स्ट्रक्चर उच्च ग्रेड ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील से तैयार की गई है। कड़े सुरक्षा मानकों का अनुपालन करते हुए ट्रेनसेट में सभी सामग्रियां मानक आवश्यकताओं का पालन करते हैं।

वैष्णव ने आगे कहा कि बीईएमएल द्वारा डिजाइन की गई वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें अपने अंदरूनी हिस्सों, स्लीपर बर्थ और बाहरी हिस्सों में सौंदर्य अपील और कार्यक्षमता दोनों को प्राथमिकता देती हैं।

कैसा है डिजाइन

ट्रेनसेट में सभी सामग्रियों का इस्तेमाल EN 45545 HL3 ग्रेड के अनुसार ही हुआ है। अग्नि शामक उपायों का पूरा ध्यान रखा गया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें अपने अंदरूनी हिस्सों, स्लीपर बर्थ और बाहरी सौंदर्य में भी आकर्षक हैं। फ्रंट नोज कोन से लेकर आंतरिक पैनल, सीटों और लाइटों को मानकों का ध्यान रखते हुए डिजाइन किया गया है।

आंतरिक पैनल, सीटें और बर्थ, आंतरिक लाइट, कप्लर्स, प्रत्येक चीज स्लीपर ट्रेनसेट के सटीक मानकों को पूरा करने के लिए सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है। पूरे ट्रेनसेट में बेहतरीन तकनीकों के इस्तेमाल से बाहरी प्लग, दरवाजे, ब्रेक सिस्टम सहित महत्वपूर्ण प्रणालियों को लगाया है।

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