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West Bengal Universities : प. बंगाल के विश्वविद्यालयों में होगा Crisis Management Cell का गठन, क्यों पड़ी जरूरत-पढ़ें

by Anand Mishra
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कोलकाता : पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालयों में किसी भी प्रकार के आपातकालीन हालात से निपटने के लिए अब एक विशेष संकट प्रबंधन प्रकोष्ठ (Crisis Management Cell) का गठन किया जाएगा। इस संबंध में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राज्य के विभिन्न सरकारी विश्वविद्यालयों के कार्यवाहक कुलपतियों के साथ बैठक की। बैठक का उद्देश्य जादवपुर विश्वविद्यालय में हाल ही में हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय परिसरों में बढ़ते विवादों की समस्या से निपटना था।

क्या है Crisis Management Cell?

राजभवन से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, इस बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय परिसरों में उत्पन्न होने वाली हिंसा और विवादों की निगरानी के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट सेल स्थापित किया जाएगा। यह सेल जल्दी से विवादों का समाधान करने और संकट की स्थिति में तत्काल कार्रवाई करने के लिए एक समर्पित टीम के रूप में काम करेगा। इसके अलावा, विश्वविद्यालयों में पहले से मौजूद निगरानी प्रकोष्ठ और अनुशासन समितियों को भी और अधिक सक्रिय किया जाएगा।

सुरक्षा और विवाद समाधान पर जोर

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय परिसरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा, दीर्घकालिक समाधान के रूप में, विवाद समाधान तंत्र और मध्यस्थता प्रक्रियाओं को विकसित किया जाएगा ताकि छात्रों और शिक्षकों के बीच मतभेद शांतिपूर्ण तरीके से हल हो सकें। मानसिक स्वास्थ्य सहायता सेवाओं पर भी चर्चा हुई, ताकि छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखा जा सके।

आपातकालीन सूचना और डिजिटल निगरानी

इसके अलावा, राज्य सरकार ने आपातकालीन सूचनाओं के लिए एक मोबाइल ऐप विकसित करने का भी निर्णय लिया, जिससे विश्वविद्यालयों के छात्र, शिक्षक और कर्मचारी किसी भी आपातकालीन स्थिति से तुरंत अवगत हो सकें। इसके साथ ही, सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करने की योजना बनाई गई है, ताकि संभावित खतरों की पहले से पहचान की जा सके।

जादवपुर विश्वविद्यालय में हिंसा के मद्देनज लिया गया निर्णय

यह बैठक 1 मार्च को जादवपुर विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद आयोजित की गई, जब राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। उस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने छात्र संघ चुनाव की लंबित मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच, बसु के काफिले की गाड़ी कथित तौर पर दो छात्रों से टकरा गई, जिससे वे घायल हो गए। हालांकि, बसु ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार पर हमला किया और विंडशील्ड तोड़ने की कोशिश की, जिससे उन्हें भी चोटें आईं।

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